Sarso tel : सरसों के तेल की मिलावट एक गंभीर समस्या है जो न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि उपभोक्ताओं के विश्वास को भी तोड़ती है. इस लेख में हम बताएंगे कि कैसे आप सरसों के तेल की शुद्धता की पहचान कर सकते हैं और मिलावटी तेल से खुद को बचा सकते हैं.
गंध के माध्यम से सरसों के तेल की पहचान
शुद्ध सरसों के तेल में एक विशिष्ट गंध होती है जो इसकी शुद्धता की पहचान है. अगर तेल की गंध बहुत तेज और असहज करने वाली है तो यह मिलावटी हो सकता है. गंध की मदद से तेल की शुद्धता का आकलन करना एक प्राचीन और सरल विधि है.
सरसों तेल के रंग से जांच
शुद्ध सरसों का तेल अपेक्षाकृत गहरे रंग का होता है. यदि तेल पीला या हल्के रंग का है, तो इसमें मिलावट की संभावना है. शुद्ध तेल में एक समृद्ध और गहरा रंग होता है जो इसकी गुणवत्ता को दर्शाता है.
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का परीक्षण
शुद्धता की जांच के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग करके एक साधारण रासायनिक परीक्षण किया जा सकता है. इस परीक्षण में सरसों का तेल और एसिड को मिलाकर अवलोकन किया जाता है. यदि मिश्रण में रंग परिवर्तन नहीं होता है, तो तेल शुद्ध माना जाता है.
हथेली पर रगड़कर परीक्षण
सरसों का तेल हथेली पर रगड़ने पर इसकी शुद्धता की जांच की जा सकती है. शुद्ध तेल रगड़ने पर एक निश्चित और सुखद गंध छोड़ता है, जबकि मिलावटी तेल से अजीब गंध आ सकती है और इसका रंग भी बदल सकता है.
फ्रिज में रखकर जांच
सरसों के तेल को कांच के गिलास में डालकर फ्रिज में रखने से इसकी शुद्धता की परीक्षा की जा सकती है. यदि शुद्ध है तो तेल की सतह पर कोई परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन मिलावटी तेल में सफेद कण दिखाई देंगे. (Mustard Oil Fridge Test)
मिलावटी तेल के स्वास्थ्य पर असर
मिलावटी सरसों के तेल का उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इससे पेट और लीवर संबंधी समस्याएं, त्वचा रोग, और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. यह जरूरी है कि उपभोक्ता सतर्क रहें और शुद्ध सरसों का तेल ही खरीदें.