BHOPAL INDORE BYPASS RING ROAD WORK: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर को बायपास और रिंग रोड के रूप में एक नई सौगात मिलने जा रही है. इस परियोजना की शुरुआत इसी महीने से हो चुकी है और यह अगले एक वर्ष में पूरी होने की संभावना है. इस परियोजना पर 8000 करोड़ रुपये की विशाल राशि खर्च की जाएगी जिसमें भोपाल में 52 किलोमीटर और इंदौर में 64 तथा 70 किलोमीटर के दो हिस्सों में बायपास बनाए जाएंगे. इससे दोनों शहरों की यातायात व्यवस्था में काफी सुधार होने की उम्मीद है.
भोपाल और इंदौर के लिए बायपास और रिंग रोड की विशेषताएं
भोपाल के बायपास और रिंग रोड को छह लेन का बनाया जा रहा है जिसमें चार लेन बाहरी यातायात के लिए और दो लेन स्थानीय यातायात के लिए रहेंगी. यह रोड मंडीदीप से होकर भोपाल-देवास हाईवे तक जाएगा. इंदौर में बायपास दो हिस्सों में बन रहा है, जिसकी कुल लंबाई 134 किलोमीटर होगी. ये दोनों प्रोजेक्ट्स शहरों के चारों ओर यातायात के फैलाव में मदद करेंगे और ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेंगे.
परियोजना की लागत और वित्तपोषण
इन परियोजनाओं की लागत में भारी निवेश किया जा रहा है. भोपाल में बायपास और रिंग रोड के निर्माण में 1323 करोड़ रुपये और इंदौर में 7000 करोड़ रुपये का निवेश होने वाला है. निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक पैसे का 40 प्रतिशत प्रारंभिक रूप से और शेष पैसा अगले 15 वर्षों में लगाया जाएगा.
प्रोजेक्ट की समयसीमा और निर्माण कार्य
इस प्रोजेक्ट को नवंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है और निर्माण कार्य भी शुरू हो चुके हैं. बायपास के निर्माण की जिम्मेदारी NHAI को दी गई है और रिंग रोड के लिए MPRDC जिम्मेदार है.
स्थानीय नागरिकों के लिए राहत
दोनों शहरों के नागरिकों के लिए यह खबर राहत भरी है क्योंकि उन्हें इन बायपास और रिंग रोड पर यात्रा करने के लिए कोई टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा. इससे स्थानीय यात्रा और अधिक सुविधाजनक और किफायती हो जाएगी.