किसान साथियों जैसे-जैसे सर्दी का समय नजदीक आता जा रहा है, उसी प्रकार मौसम करवटें बदलता दिखाई दे रहा है। लद्दाख और कश्मीर के ठंडे क्षेत्रों में तापमान 6 डिग्री से भी नीचे जाने की संभावना बताई जा रही है, वहीं हिमाचल, चंडीगढ़ और पंजाब के कुछ क्षेत्रों में कोहरा गिरने का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर बारिश की बात करें तो अरुणाचल में पिछले 24 घंटे में हल्की बारिश दर्ज की गई है और आने वाले समय में भारत के पश्चिमी इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना बताई जा रही है, जबकि देश के पूर्वोत्तर राज्यों और मध्य भारत में कोहरा बढ़ने के साथ-साथ तापमान में सामान्य से तीन से चार डिग्री गिरावट आने की आशंका है, जो ठंड को और अधिक बढ़ा सकता है। अगर पिछले 24 घंटे की बात करें तो हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ और पंजाब के कुछ हिस्सों में कोहरा छाया रहा। कोहरे के कारण इसका असर यातायात पर भी दिखाई दिया। आज की रिपोर्ट में हम जानेंगे आने वाले दिनों में मौसम के हाल-चाल के बारे में, जिसमें बारिश की संभावना, तापमान की स्थिति, वायु गुणवत्ता, और आगामी चेतावनियों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। इस रिपोर्ट की शुरुआत हम आज की पाँच बड़ी मौसम ख़बरों से करेंगे। ये खबरें देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम के बदलावों को लेकर हैं, जिनसे किसानों और आम लोगों को आने वाले मौसम के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। आइए जानते हैं, आज की मौसम की प्रमुख जानकारी के बारे में।
मौसम पूर्वानुमान किसान साथियों, सबसे पहले हम बात करेंगे आने वाले 24 से 48 घंटों के मौसम अलर्ट के बारे में। हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि मौसम में हो रहे इस बदलाव के कारण इस दौरान कौन-कौन से क्षेत्र ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं, जहां बारिश और कोहरे की संभावना है, और किन क्षेत्रों में तेज हवाओं की चेतावनी जारी की गई है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
बारिश की संभावना
किसान भाइयों, तमिलनाडु और पुडुचेरी में अगले कुछ दिनों तक गरज और चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में मौसम की अचानक करवट लेने की संभावना जताई जा रही है, जिससे किसानों को ध्यान रखना होगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार केरल में भी कहीं-कहीं गरज और चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। यह बारिश केरल के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर सकती है। अनुमान लगाया जा रहा है कि तटीय आंध्र प्रदेश में भी तेज हवाओं के साथ बौछारें गिरने की संभावना है। यहां के तटीय क्षेत्रों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बौछारें फसल पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं, यहां के किसानों को अपनी फसलों के लिए तैयार रहना होगा।
कोहरे की स्थिति
किसान भाइयों, देश के पूर्वोत्तर और मध्य इलाकों में कोहरे की स्थिति दिन प्रतिदिन बढ़ रही है, जिसके साथ ठंड में भी इजाफा जारी है। पंजाब में कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाने की संभावना है, खासकर सुबह के समय। कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आ सकती है, जिससे सड़क यातायात पर असर पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा हो सकता है। यह कोहरा यात्रा करने वालों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, इसलिए जरूरी सावधानियाँ बरतने की सलाह दी जाती है। हरियाणा के कुछ उत्तरी इलाकों में भी आने वाले समय में कोहरा गिरने की आशंका जताई जा रही है, इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसल को ठंड से बचाने के लिए उचित उपाय करें। पंजाब, चंडीगढ़ और पश्चिमी राजस्थान के इन क्षेत्रों में घना कोहरा छाने की संभावना जताई गई है, खासकर सुबह के समय। कोहरा दृश्यता को प्रभावित कर सकता है, जिससे सड़क और रेल परिवहन में दिक्कतें आ सकती हैं। हिमाचल प्रदेश में भी घना कोहरा छा सकता है, जिससे सड़क यात्रा और परिवहन पर असर पड़ सकता है। इन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जरूरत है।
पिछले 24 घंटे का मौसम विश्लेषण
किसान भाइयों, अब हम बात करेंगे पिछले 24 घंटों में भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम का क्या हाल रहा। अगर पिछले 24 घंटे की बात करें तो हिमाचल प्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़: इन क्षेत्रों में घना कोहरा और धुंध छाए रहने का दौर देखा गया। विशेष रूप से सुबह के समय कोहरा अधिक था, जिससे यातायात पर असर पड़ा। पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों, जैसे अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश दर्ज की गई। वहीं दक्षिण भारत में, खासकर केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहा। लक्षद्वीप में भी हल्की बारिश की सूचना मिली है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में बौछारें और तेज हवाएं देखी गईं, जिससे मौसम में बदलाव आया और तापमान में गिरावट आई।
तापमान का हाल
किसान भाइयों, अब हम बात करेंगे देशभर के विभिन्न राज्यों के तापमान के बारे में। इससे हमें यह जानने में मदद मिलेगी कि किन हिस्सों में गर्मी बनी हुई है और कहां तापमान में गिरावट हो रही है। लद्दाख, जम्मू कश्मीर, श्रीनगर और गिलगित इन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस के आस-पास दर्ज किया गया। यह तापमान सामान्य से अधिक था, जो कि एक असामान्य स्थिति है। पंजाब, राजस्थान, गुजरात में भी अधिकतम तापमान 3.1 से 5 डिग्री सेल्सियस तक सामान्य से ज्यादा दर्ज किया गया है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में न्यूनतम तापमान 3.1 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा 5.1 डिग्री सेल्सियस रहा। देश का सबसे कम तापमान दिल्ली के रिज में 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि देश के अन्य हिस्सों से कम था।
सलाह
किसान भाइयों, फसल सुरक्षा के लिए मौसम के इन परिवर्तनों का ध्यान रखते हुए, किसानों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की सही देखभाल करें। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में खासतौर पर किसान भाइयों को सुबह के समय कोहरे से सावधान रहने की जरूरत है, ताकि कोई दुर्घटना न हो। वहीं, तटीय राज्यों में, जैसे तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में, तेज हवाओं और बारिश की संभावना को देखते हुए, किसान अपने खेतों में पानी की निकासी सुनिश्चित करें और खेतों को नुकसान से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं।
नोट:- रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी अनुमानों पर आधारित है। मौसम की स्थिति में कभी भी बदलाव होना संभव है।