UP News : पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे को लखनऊ-अयोध्या हाईवे से मिलवाने वाले हैदरगढ़-भिटरिया रूट में जल्द ही बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। इस 30 किलोमीटर लंबे रूट को अब 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा, जिससे यातायात की सुविधा में सुधार होगा। इस परियोजना पर लगभग 50 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है। विस्तार के दौरान जिन पेड़ों को काटा जाएगा, उनके लिए पहले ही चिन्ह लगा दिए गए हैं, जिससे प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके। इस सड़क के सुधार के लिए राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने सक्रियता दिखाई है और उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए आवश्यक कदम उठाने की पहल की है। यह सुधार न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
हैदरगढ़ तहसील, जो लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ी हुई है, एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। वहीं, रामसनेहीघाट तहसील लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर मौजूद है। दोनों ही तहसीलों को जोड़ने वाली सड़क लगभग 30 किलोमीटर लंबी है। हाल के वर्षों में, इस सड़क पर यातायात का दबाव काफी अधिक हो गया है, जिससे स्थानीय निवासियों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बढ़ते दबाव के कारण, सड़क की स्थिति भी प्रभावित हो रही है, और इसके सुधार की आवश्यकता महसूस की जा रही है। प्रशासन को इस समस्या का समाधान करने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि लोगों को बेहतर यात्रा अनुभव मिल सके।
हर दिन लगभग 35 से 40 हजार छोटी और बड़ी गाड़ियाँ इस सड़क से होकर चलती हैं, जिससे सड़क पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते यातायात के कारण सड़क पर हादसों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। विशेष रूप से भीखरपुर से रामसनेहीघाट तक और असंद्रा के अकोहरी से देवीगंज तक विभिन्न गंभीर सड़क दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं, जो स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।
इन घटनाओं को देखते हुए, दरियाबाद के विधायक और प्रदेश सरकार में खाद्य एवं रसद तथा नागरिक आपूर्ति के राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने सड़क के विस्तार की मांग उठाई है। उनका कहना है कि सड़क को चौड़ा करने से न केवल यातायात की समस्या का समाधान होगा, बल्कि इससे दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आएगी। इस मुद्दे पर प्रशासन को जल्द से जल्द कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
लोनिवि ने स्थानीय निवासियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत एस्टीमेट तैयार किया है। इंजीनियरों का पूर्वानुमान है कि इस महत्वपूर्ण परियोजना पर लगभग 50 करोड़ रुपये का निवेश होने की आशंका है। इस योजना के तहत, सड़क के दोनों किनारों पर करीब डेढ़-डेढ़ मीटर का विस्तार किया जाएगा, जिससे सड़क की चौड़ाई बढ़ेगी और यातायात की सुगमता में सुधार होगा।
यह सड़क भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की जाएगी, ताकि आने वाले वर्षों में बढ़ती जनसंख्या और यातायात को संभालने में सहायता मिल सके। अधिशासी अभियंता राजीव कुमार राय ने बताया कि जैसे ही बजट की स्वीकृति मिल जाएगी, निर्माण कार्य की प्रक्रिया तुरंत आरंभ कर दी जाएगी। यह विकास कार्य क्षेत्र के निवासियों के लिए बेहतर परिवहन सुविधाएं प्रदान करेगा और यातायात को सुगम बनाएगा। स्थानीय लोगों ने इस कदम का स्वागत किया है और उन्हें उम्मीद है कि इससे उनकी दैनिक यात्रा में सुधार होगा।
रायबरेली, सुल्तानपुर, कानपुर, लखनऊ और अमेठी जैसे विभिन्न जिलों के वाहन इस महत्वपूर्ण रूट का उपयोग करते हैं, जो अयोध्या, बस्ती, गोंडा, बहराइच और बलरामपुर जैसे स्थानों के लिए जाता है। इस रूट को एक लिंक रूट माना जाता है, जो विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ता है। उल्लेखनीय है कि इस रूट को पिछले 15 वर्षों पहले चौड़ा किया गया था, जिससे यातायात की सुविधा में सुधार हुआ है। यह मार्ग अब यात्रियों और परिवहन के लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण बन गया है।