Haryana News : हरियाणा सरकार ने किसानों को पराली जलाने से रोकने और पर्यावरण की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पराली प्रोत्साहन योजना 2024-25 शुरू की है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को पराली जलाने के बजाय उसका प्रबंधन करने के लिए प्रेरित करना और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
किसानों को मिलेगी प्रति एकड़ आर्थिक सहायता
इस योजना के तहत किसानों को पराली प्रबंधन (stubble management incentives) के लिए प्रति एकड़ 1000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. यह राशि किसानों को अपने खेतों में पराली जलाने के बजाय उसे सही तरीके से प्रबंधित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी.
कृषि मशीनरी पर सब्सिडी
अगर किसान पराली प्रबंधन के लिए कृषि मशीनरी खरीदना चाहते हैं तो उन्हें 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी (50 percent subsidy on farm equipment) दी जाएगी. यह सुविधा छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकती है.
पर्यावरण और मिट्टी की उर्वरता की जांच
पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण (air pollution from stubble burning) और मिट्टी की उर्वरता को कम होने से रोकने के लिए यह योजना बेहद महत्वपूर्ण है. इस पहल से खेतों की मिट्टी को उपजाऊ बनाए रखने में मदद मिलेगी जिससे किसानों को लंबे समय तक लाभ होगा.
योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
योजना का लाभ पाने के लिए इच्छुक किसानों को “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2024 है. किसानों को आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज और जानकारी सही तरीके से पोर्टल पर भरनी होगी.
योजना के फायदे
यह योजना न केवल किसानों को पराली जलाने से रोकने में मदद करेगी बल्कि उनके आर्थिक सशक्तिकरण (economic empowerment for farmers) में भी योगदान देगी. इसके अलावा, वायु गुणवत्ता और मिट्टी की उर्वरता में सुधार से कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होगी.
सरकार की एक सकारात्मक पहल
हरियाणा सरकार की यह पहल किसानों के लिए एक सकारात्मक कदम है. यह न केवल पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में है बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करेगी.