Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम, रोहतक, सोनीपत, और झज्जर जिले में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई को ऑनलाइन मोड में बदल दिया गया है. इस फैसले को छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है जिससे वे धुंध और प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव से बच सकें.
दिल्ली-NCR की तर्ज पर कदम
पहले से ही दिल्ली के स्कूलों में बंदी के बाद हरियाणा सरकार ने भी अपने 14 शहरों को NCR में शामिल करते हुए प्रदूषण के चलते GRAP 3 (GRAP 3 implemented) लागू किया है. यह फैसला भी राज्य शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया, जिसने जिला उपायुक्तों को इस पर निर्णय लेने की छूट दी.
अन्य शहरों में भी स्कूल बंद होने की संभावना
इन चार जिलों के बाद, फरीदाबाद, नूंह, रेवाड़ी, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल जैसे 10 और शहरों में भी स्कूलों को बंद करने की संभावना (likely school closures) है. इस फैसले को लेकर विचार जारी है और स्थिति के अनुसार आगे कदम उठाए जाएंगे.
धुंध के चलते विजिबिलिटी में गिरावट
हरियाणा में धुंध की वजह से विजिबिलिटी महज 30 मीटर (visibility drop) तक रह गई है. मौसम विभाग ने सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, जींद में घनी धुंध के लिए येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया है.
प्रदूषण के होते गंभीर हालात
हरियाणा के आठ शहर भारतीय प्रदूषण मापदंडों के अनुसार उच्चतम प्रदूषण स्तरों को छू रहे हैं. भिवानी, बहादुरगढ़, हिसार, मुरथल, जींद, कैथल, गुरुग्राम, और कुरुक्षेत्र का AQI (Air Quality Index) बहुत अधिक दर्ज किया गया है. इसके विपरीत, पंचकूला में सबसे कम और बेहतर AQI दर्ज किया गया है.