5 kw के सोलर पैनल कितने यूनिट बिजली बनाते हैं: सोलर सिस्टम को स्थापित करने के बाद उपयोगकर्ता को ग्रिड की बिजली के बिल में भारी छूट प्राप्त होती है। साथ ही सोलर सिस्टम को स्थापित कर बिना जाने भी वह पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग प्रदान करता है। क्योंकि यह सिस्टम पर्यावरण के अनुकूल कार्य करता है। किसी प्रकार के भी प्रदूषण को उत्पन्न नहीं करता है।
इस लेख के माध्यम से हम आपको 5 kw के सोलर पैनल कितने यूनिट बिजली बनाते हैं (How much electricity is produced in 5kw solar panel) की जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही आप 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम से प्राप्त होने लाभ की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
5 kw के सोलर पैनल कितने यूनिट बिजली बनाते हैं
5 किलोवाट के सोलर पैनल द्वारा कितने यूनिट बिजली बनाई जाती है इसकी गणना कुछ कारकों के आधार पर की जा सकती है। जिस के लिए 1 किलोवाट सोलर सिस्टम द्वारा उत्पादित की जाने वाली बिजली की गणना करते हैं। गणना निम्न प्रकार से की जा सकती है:
यदि आप जिस क्षेत्र में रहते हैं वहाँ औसतन 5 घंटे की धूप रहती है तो ऐसे में 5 घंटे में 1 किलोवाट के सोलर पैनल 1 x 5 = 5 किलोवाट-घंटा बिजली का उत्पादन करते हैं। अब आपके द्वारा लगाए गए सोलर पैनल के प्रकार, उनकी दक्षता एवं मौसम जैसे कारकों को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम 20% की बिजली की हानी को मान लेते हैं अब 1 किलोवाट के सोलर पैनल द्वारा निर्मित बिजली 1 x 5 x 80% = 4 किलोवाट-घंटा।
1 किलोवाट के सोलर पैनल द्वारा बनाई गई बिजली की गणना करने के बाद 5 किलोवाट के सोलर पैनल द्वारा उत्पादित होने वाली बिजली का आसानी से पता किया जा सकता है। 5 x 4 = 20 किलोवाट प्रतिदिन।
5 kw के सोलर पैनल के घटक
सामान्यतः 5 किलोवाट के सोलर पैनल में 335 Wp के 15 पैनल प्रयोग किए जाते हैं। यदि हम उनके आधार पर प्रतिदिन निर्मित होने वाली बिजली की गणना करें: 335 x 5 घंटे x 80% = 1.34 किलोवाट। 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम से 500 से 600 यूनिट तक बिजली का उत्पादन किया जा सकता है।
किलोवाट घंटे (kWh) से यह कहा जा सकता है कि यह प्रतिदिन 20 kWh बिजली का उत्पादन करते हैं। वास्तविक बिजली उत्पादन में मौसम जैसे अनेकों कारकों से यह प्रभावित होती है। सूर्य की रोशनी की मात्रा पर यह निर्भर होता है कि पैनल कितनी बिजली का उत्पादन करेंगे। यह गणना औसतन धूप के आधार पर की जाती है। एवं मौसम के अनुकूल होने पर होती है।
सोलर सिस्टम के लाभ:
सोलर सिस्टम से होने वाले लाभ इस प्रकार हैं:
- सोलर सिस्टम पर किया गया निवेश दीर्घकाल तक उपयोगकर्ता को लाभ प्रदान करता है यह कम से कम 20 से 25 सालों के लिए आपको बिजली का उत्पादन प्रदान करता है। जिसके लिए इन पर इनके निर्माता ब्रांड द्वारा वारंटी भी प्रदान की जाती है।
- सोलर सिस्टम द्वारा बिजली प्राप्त करने के बाद आपको जीवाश्म ईंधन से निर्मित बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। ग्रिड पॉवर की बिजली के बिल में आप भारी छूट प्राप्त करते हैं। एवं फ्री बिजली का प्रयोग कर सकते हैं।
- यदि आपके द्वारा सोलर सिस्टम स्थापित किया जाता है तो आप स्वतः ही पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग प्रदान करते हैं। सोलर सिस्टम पर्यावरण के अनुकूल कार्य करता है। यह वातावरण में बढ़े हुए कार्बन फुटप्रिन्ट को कम करता है, क्योंकि किसी प्रकार के प्रदूषण को यह उत्पन्न नहीं करता है।
- यदि आप 5 किलोवाट जैसे सोलर सिस्टम को स्थापित करते हैं एवं भविष्य में आप अपने घर को बेचते हैं तो इस सिस्टम का होना ही आपके घर की कीमत को बढ़ा सकता है।
- सोलर सिस्टम में लगे सोलर पैनलों को सामान्यतः कम मैन्टिनेंस की आवश्यकता होती है। 6 महीने या साल भर में एक बार इनकी सफाई आप कर सकते हैं।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल से आप 5 kw के सोलर पैनल कितने यूनिट बिजली बनाते हैं की गणना कर सकते हैं। यह गणना औसतन प्रतिदन 5 घंटे धूप के होने पर की गई है। ऐसे ही अलग-अलग क्षमता के सोलर पैनल की गणना आप कर सकते हैं। सोलर पैनल पर किया गया निवेश बुद्धिमानी का निवेश होता है। सोलर सिस्टम की सहायता से हरित भविष्य की कल्पना की जा सकती है। एवं बिजली के बिल को कम प्राप्त कर के आर्थिक रूप से भी लाभ प्राप्त किया जा सकता है।