प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में विक्रांत मैसी की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट की प्रशंसा की है, जो 2002 में हुए गोधरा ट्रेन जलाने की घटना पर आधारित है। यह फिल्म 15 नवंबर 2024 को रिलीज हुई थी और इसे लेकर प्रधानमंत्री ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि “झूठी कहानी ज्यादा दिन नहीं चलती”। उनका यह बयान इस फिल्म के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उस समय के घटनाक्रमों को दर्शाता है जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
फिल्म का सारांश
द साबरमती रिपोर्ट एक पत्रकार की कहानी है, जो गोधरा ट्रेन जलने की घटना की जांच करता है, जिसमें 59 लोग मारे गए थे। यह घटना उस समय हुई थी जब कई कार सेवक अयोध्या से लौट रहे थे। इस घटना के बाद गुजरात में बड़े पैमाने पर दंगे भड़के थे। फिल्म में विक्रांत मैसी के साथ राधिका खन्ना और रिद्धि डोगरा भी मुख्य भूमिकाओं में हैं।
फिल्म ने पहले दिन ₹1.25 करोड़ की कमाई की और दूसरे दिन में इसमें 68% की वृद्धि देखी गई, जिससे इसकी कुल कमाई ₹6.35 करोड़ तक पहुंच गई। हालांकि, यह आंकड़े विक्रांत मैसी की पिछली हिट फिल्म 12th Fail से कम हैं, जिसने बेहतर प्रदर्शन किया था।
पीएम मोदी का समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर एक यूजर के पोस्ट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “यह अच्छा है कि यह सच सामने आ रहा है, और वह भी एक ऐसे तरीके से जिसे आम लोग देख सकें। एक झूठा नरेटिव केवल सीमित समय तक ही कायम रह सकता है। अंततः तथ्य हमेशा सामने आएंगे!” उनके इस बयान ने फिल्म को एक नई पहचान दी है और इसे राजनीतिक संदर्भ में भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
इससे पहले भी मोदी ने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स का समर्थन किया था, जो कश्मीरी हिंदुओं के पलायन पर आधारित थी। उनके समर्थन से यह स्पष्ट होता है कि वे ऐसी फिल्मों को महत्व देते हैं जो ऐतिहासिक घटनाओं को उजागर करती हैं।
विवाद और प्रतिक्रिया
हालांकि, पीएम मोदी का यह समर्थन कुछ विवादों को भी जन्म दे रहा है। कई लोगों ने उनके गोधरा ट्रेन जलने की घटना पर ध्यान देने को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि मणिपुर में हो रही हिंसा पर उनकी चुप्पी पर आलोचना की जा रही है। कुछ लोगों का कहना है कि मोदी को वर्तमान समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए था बजाय इसके कि वे एक फिल्म के समर्थन में ट्वीट करें।
फिल्म निर्माता एकता कपूर ने भी पीएम मोदी का धन्यवाद किया और कहा कि उनकी सराहना इस बात का प्रमाण है कि वे सही दिशा में हैं। विक्रांत मैसी ने भी पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके शब्दों ने उन्हें प्रोत्साहित किया है।
द साबरमती रिपोर्ट केवल एक फिल्म नहीं है; यह उस समय के राजनीतिक और सामाजिक संदर्भों को भी उजागर करती है। प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है, लेकिन साथ ही यह सवाल उठाता है कि क्या सरकार को वर्तमान मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए या फिर ऐतिहासिक घटनाओं को उजागर करने वाली फिल्मों का समर्थन करना चाहिए।
इस प्रकार, द साबरमती रिपोर्ट न केवल दर्शकों के लिए एक मनोरंजन का साधन है बल्कि यह समाज में चर्चा का विषय भी बन गई है।