Cooking Oil Price : आप भी खाना पकाने के तेलों की महंगाई से परेशान हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। दरअसल, त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद आम लोगों को खाद्य तेलों (Cooking Oil latest Price) की महंगाई से राहत मिल रही है। देश के कई बाजारों में तेल-तिलहन की कीमतों में गिरावट देखी गई है। विदेशी बाजारों में विभिन्न खाद्य तेलों में आई गिरावट से हमारे देशी तेल तिलहनों पर भी गहरा असर पड़ा है। आइए जानते हैं इनके ताजा रेट के बारे में खबर के माध्यम से।
आम लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। बता दें कि विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों की गिरावट का असर देश के कई तेल-तिलहन बाजारों में भी दिखाई दिया है। इसी के साथ सरसों, मूंगफली एवं सोयाबीन तेल-तिलहन (soybean oil price), कच्चे पामतेल (CPO) एवं पामोलीन व बिनौला तेल के दाम गिर गए हैं। मलेशिया एक्सचेंज और शिकॉगो एक्सचेंज की गिरावट की वजह से भी सभी तेल-तिलहन में गिरावट आई। आइए जानते हैं इनके ताजा भाव क्या हैं।
बाजार में तिलहन के भाव
बाजार सूत्रों के अनुसार सटोरियों ने वायदा कारोबार में बिनौला यानी की तिलहन के भाव में तगड़ी गिरावट कर दी है। गिरावट का असर बिनौला तेल के दामों पर भी देखने को मिलेगा। इससे पहले की कीमतों की बात करें तो लगभग दो महीने पहले इसकी बिक्री 5,000 रुपये क्विंटल थी लेकिन नई फसल के आने के बाद सट्टेबाजों ने वायदा कारोबार में इसका भाव कम करके 3,100-3,200 रुपये क्विंटल (oilseeds ke nye price) कर दिया है। अब वायदा बाजार में तिलहन के भाव 170-180 रुपये (Cooking Oil new rate) और कम हो गए हैं।
कम मात्रा में हुआ उत्पादन
इस समय में तो तिलहन इसी नीचे दाम पर बिक्री कर रहा है। इसके लिए सीसीआई को हड़बड़ी में तिलहन को सेल करने के बजाय स्टॉक करने पर ध्यान देना चाहिये जिससे कि ये आगे काम आ सकें और इसकी उचित समय पर सही कीमत पर इसकी बिक्री (increase in demand of cottonseed) करनी चाहिये। पिछले वर्ष की तुलना में इसका उत्पादन 325 लाख गांठ से कम यानी मात्र 303 लाख गांठ का ही हुआ है। ऐसे में यह संभावना है कि आगे जाकर बिनौला की मांग बढ़ सकती है तो उस समय में इसकी बिक्री करके मोटी कमाई की जा सकती है। इससे उन लोगों को फायदा होगा जो पहले कई तरीकों से किसान के माल हड़प लेते थे और अब सीसीआई का माल हड़पने की जल्दबाजी में हैं।
तेल-तिलहनों के ये हैं नए रेट
सरसों तिलहन – 6,610-6,640 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली – 6,615-6,910 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – (groundnut oil price) 15,390 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,330-2,630 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल(Mustard Oil) दादरी- 13,910 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,275-2,25 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,275-2,400 रुपये प्रति टिन।
तिल तेल मिल डिलिवरी(Sesame Oil Mill Delivery) – 18,890-21,010 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,305 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 14,140 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम(Soyabean oil degum), कांडला- 10,340 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 13,215 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,390 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,590 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 13,510 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना(soybean seed ke damm) – 4,490-4,540 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज- 4,190-4,225 रुपये प्रति क्विंटल।
मक्का खल (सरिस्का)- 41,20 रुपये प्रति क्विंटल।
बढ़ रहे बिनौला खल के दाम
सूत्रों के अनुसार जिस तरह से बिनौला के दाम गिरे हैं, उस हिसाब से तो देश में सारे खपत वाले बिनौला खल में भी गिरावट आनी चाहिये लेकिन इसका उल्टा असर दिखाई दे रहा है क्योंकि बिनौला खल के दाम (binaula khal ke daam) ज्यादा हैं बिनौला खल की कीमत ज्यादा होने की वजह से दूध और दूध से बनी चीजों के दामों में भी तेजी देखी जा रही है।