Check Signature : डिजिटल भुगतान के इस युग में भी बहुत सारे लेनदेन चेक के माध्यम से किए जाते हैं. यदि आप भी चेक का उपयोग कर रहे हैं तो इससे जुड़े नियमों को जानना आपके लिए बहुत आवश्यक है. इससे आपको चेक बाउंस होने की स्थिति में किसी भी प्रकार की आर्थिक हानि से बचा जा सकता है.
चेक पर साइन करने से पहले की सावधानियाँ
चेक पर साइन करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप जिसे चेक दे रहे हैं, उसकी पहचान और उद्देश्य क्या है. सभी प्रकार के चेकों पर पीछे साइन नहीं किए जाते हैं लेकिन बियरर्स चेक (Bearer’s Check Importance) पर पीछे साइन करना अनिवार्य होता है. यह सुनिश्चित करता है कि चेक का दुरुपयोग न हो सके.
बियरर्स चेक की विशेषताएँ
बियरर्स चेक वह होता है जो किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है और यह निर्दिष्ट नहीं करता कि पैसा किसे दिया जा रहा है. ऐसे चेक पर पीछे की तरफ साइन करना (Signing on Bearer’s Check) जरूरी होता है क्योंकि यह बैंक को चेक के वैध होने की पुष्टि करता है.
पीछे साइन करने का महत्व
बैंक में जमा करते समय बियरर्स चेक पर पीछे साइन करना आवश्यक होता है. यह प्रक्रिया इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सुनिश्चित करती है कि चेक का उपयोग सही तरीके से हो रहा है और इसका गलत तरीके से उपयोग नहीं किया जा रहा है