New City Development in UP : यूपी आए दिन चर्चा में बना रहता है। यहां लगातार चल रहा विकास हर रोज ही सुर्खियां बटोरता रहता है। अब यहां जल्द ही एक और प्रोजेक्ट का आगाज होने वाला है। यूपी की योगी सरकार के द्वारा एक नया शहर (new city) बनाने का प्लान चल रहा है। कहा जा रहा है कि ये नया शहर पूरी तरह व्यवस्थित और हाईटेक शहर के तौर पर निर्मित होने वाला है। आइए नीचे खबर में जान लें इस मास्टर प्लान के बारे में पूरी डिटेल्स…
यूपी राज्य में सरकार के द्वारा कई प्रोजेक्ट लॉन्च किए जाते है। खास कर यमुना एक्सप्रेसवे के आस पास का इलाका तो प्रोपर्टी का हब बनता जा रहा है। यहां के लिए कई बड़ी परियोजनाएं चल रही है। अभी हाल ही में ये अपडेट सामने आ रहा है कि यूपी सरकार (UP government) के द्वारा जल्द ही एक नया शहर बसाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। आपको बता दें कि यह शहर आगरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर बनाया जायेगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर ये जानकारी भी साझा की जा रही है कि ये शहर न्यू आगरा अर्बन सेंटर (New Agra Urban Center) के नाम से जाना जाने वाला है और यह शहर 10,500 हेक्टेयर में निर्मित किया जाएगा, और ये आकार में नोएडा का आधा होगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने एक मास्टर प्लान तैयार करने के लिए सलाहकारों को आमंत्रित किया है।
15 प्रतिशत जमीन होगी ग्रीन बेल्ट के लिए रिजर्व
इस नए शहर को इस हिसाब से तैयार किया जा रहा है कि इसके आसपास कोई भी प्रदूषणकारी गतिविधि न हो। यह पूरी तरह से पर्यावरण फ्रैंडली शहर होगा। इसके अलावा, ये भी आसानी हो जाएगी कि आगरा के पास ही नया शहर बसने (New Agra Urban Center master plan) और इंडस्ट्री लगने से आगरा के लोगों को रोजगार की तलाश में अपने घर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा। इस नए शहर में इंडस्ट्रीज यूनिट के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट हब पर स्पेशल फोकस रहेगा। प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 15 प्रतिशत जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए रिजर्व होगी। बता दें कि ताजमहल की वजह से आगरा के आसपास किसी भी प्रदूषणकारी गतिविधि (ban on polluting activity near Agra) की इजाजत नहीं है ताकि स्मारक को नुकसान न पहुंचे। यही वजह है कि नए शहर केवल हरित उद्योगों को बढ़ावा दिया जा सकता है ताकि प्रदूषण के जोखिमों को नियंत्रित किया जा सके।
यहां बसेगा न्यू आगरा अर्बन सेंटर
इतने विकास के बाद ये तो स्वाभाविक सी बात हे कि यहां लोगों को रोजगार के अवसर बढ़ने वाले है। प्रगति पर चल रहे कार्य यानि कि जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के बनने के बाद नोएडा और आसपास के बड़े शहरों में कारोबार के अवसर बढ़ेंगे जिनमें आगरा भी शामिल है। ऐसे में रोजगार के लिए आकर्षित होने वाली जनसंख्या को अच्छी सुविधाओं वाले एक शहर की जरूरत तो होगी। ऐसे में अगर एक्सप्रेसवे (expressway in Noida) पर नया शहर नहीं बसाया गया तो नोएडा और आगरा जैसे शहरों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी समस्याएं जन्म ले सकती हैं। इन्हीं सब बातों को मध्य नजर रखते हुए एक नए शहर के निर्माण (new city construction) की काफी ज्यादा जरूरत है।
क्या है YEIDA का मास्टर प्लान 2031?
बहुत से लोगों को अभी इस बारे में जानकारी ही नही है तो पूरे संक्षेप में बता दें कि YEIDA ने दिल्ली-NCR में आबादी के दबाव को कम करने के इरादे से मास्टर प्लान 2031 तैयार किया (YEIDA master plan) है। बता दें कि इस नए मास्टर प्लान के तहत ताज नगरी आगरा के निकट अधिसूचित क्षेत्र में 10,500 हेक्टेयर भूमि में नया शहर बसाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।ताज नगरी के पास बसाया जाने वाला यह नया शहर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। डाटा के अनुसार मास्टर प्लान-2031 (new city Master Plan-2031) में नए शहर की आबादी लगभग 11 लाख होने का आकलन किया गया है, और इसी को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य योजनाएं तैयार की जाएंगी। साथ ही शहर के कुल क्षेत्रफल का सात प्रतिशत हिस्सा पर्यटन के लिए आरक्षित किया जाएगा।
ऐसे होगा ग्रीन सिटी का निर्माण
ऐसा नही है कि कैसे भी किसी भी आधार पर इस नए शहर को विकसित कर दिया जाएगा। हर एक चीज के लिए प्रॉपर स्पेस रिजर्व किया गया है। आगरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna authority) पर बसाए जाने वाले इस शहर की 25 प्रतिशत जमीन को इंडस्ट्री के लिए आरक्षित किया जा सकता है, इसके अलावा आवासीय भूमि 20 प्रतिशत और व्यावसायिक भूमि 4 प्रतिशत तक रखी जा सकती है ट्रांसपोर्ट के लिए भी 13 प्रतिशत भूमि को आरक्षित रखे जाने का प्रावधान है,जैसा कि हमने पहले ही बताया, ग्रीन बेल्ट के लिए 15 प्रतिशत और पर्यटन के लिए 7 प्रतिशत भूमि आरक्षित रखी जा सकती (construction of green city) है। बाकी की जमीन अन्य मदों में इस्तेमाल के लिए रखी जा सकती है।