रिलायंस पावर के शेयर आज, 4 दिसंबर, को चर्चा में रह सकते हैं। सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने कंपनी को नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स के टेंडर में भाग लेने से प्रतिबंधित करने का अपना आदेश वापस ले लिया है। यह खबर कंपनी और इसके निवेशकों के लिए राहत की बात है।
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क्या था मामला?
- जून 2024 में, SECI ने 1,000 MW/2,000 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) प्रोजेक्ट के लिए टेंडर निकाला था।
- रिलायंस पावर पर आरोप लगा कि उसने टेंडर प्रक्रिया में गलत दस्तावेज़ जमा किए। इसके चलते SECI ने कंपनी को नवीकरणीय ऊर्जा के टेंडर में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया।
- नवंबर में SECI ने यह प्रतिबंध लगाया, लेकिन रिलायंस पावर ने दिल्ली हाई कोर्ट में अपील की।
- कोर्ट ने कंपनी पर लगाए प्रतिबंध को हटाने का आदेश दिया, सिर्फ इसकी सहायक कंपनी Reliance NU BESS पर रोक बनी रही।
SECI का प्रतिबंध हटाना क्यों है अहम?
रिलायंस पावर अब फिर से भारत में नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स के लिए टेंडर में हिस्सा ले सकेगी। इससे कंपनी की छवि बेहतर होगी और नए प्रोजेक्ट्स मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी।
कंपनी का भविष्य
- सितंबर में रिलायंस पावर ने ई-रिवर्स ऑक्शन के जरिए BESS प्रोजेक्ट का एक बड़ा टेंडर जीता था। यह प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, जहां कंपनियां प्रोजेक्ट पाने के लिए सबसे कम कीमत की बोली लगाती हैं।
- यह प्रोजेक्ट कंपनी का नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में पहला कदम था।
आम लोगों के लिए क्या मतलब है?
रिलायंस पावर का नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ता फोकस भारत के ग्रीन एनर्जी मिशन में योगदान देगा। इसका मतलब है कि आने वाले समय में स्वच्छ ऊर्जा पर कंपे फोकस शिफ्ट करेगी। अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो यह खबर रिलायंस पावर के भविष्य की संभावनाओं को और मजबूत बनाती है।