उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच संपर्क साधने के लिए एक नई सड़क परियोजना की घोषणा की गई है। इस परियोजना के तहत एक चार लेन की सड़क निर्माण की जाएगी, जो नोएडा और हरियाणा के बीच सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि आवागमन का समय भी कम होगा जिससे दैनिक यात्री और स्थानीय व्यापारियों को भी लाभ होगा।
प्रोजेक्ट की विशेषताएँ और सर्वे की योजना
इस परियोजना का पहला कदम सर्वे और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) का निर्माण होगा जिसे उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा संभाला जाएगा। इस सर्वे में सड़क के मार्ग, भूमि उपयोग, और पर्यावरणीय प्रभावों का आकलन किया जाएगा। सड़क के निर्माण से पहले इन सभी कारकों का विस्तार से अध्ययन आवश्यक है ताकि किसी भी प्रकार की व्यवधान से बचा जा सके।
एमओयू साइनिंग और भागीदारी
इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU) साइन किया जाएगा। यह कदम दोनों राज्यों की सरकारों के बीच सहयोग को दर्शाता है और परियोजना को आवश्यक राजनीतिक और वित्तीय समर्थन प्रदान करेगा। एमओयू साइनिंग समारोह लखनऊ में आयोजित किया जाएगा, जिसमें दोनों राज्यों के उच्च अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
भविष्य के लिए योजनाएं और आशाएं
एमओयू साइन होने के बाद, इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। परियोजना का उद्देश्य एक साल के भीतर सड़क का निर्माण पूरा करना है। सड़क निर्माण पर कुल 278 करोड़ रुपये (road construction budget) का व्यय अनुमानित है, जो इस परियोजना के महत्व और विस्तार को दर्शाता है। निर्माण के बाद, इस सड़क से लगभग 50 हजार दैनिक यात्रियों को सुविधा होगी, जिससे उनके दैनिक जीवन में काफी सुधार होगा।