Property Rate Hike : भारत के टियर-2 शहरों में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी बदलाव दर्ज किया गया है. प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट के अनुसार 2023 से अक्टूबर 2024 के बीच टॉप-30 टियर-2 शहरों में औसत कीमतों में 65% तक की बढ़ोतरी हुई है. इन 30 शहरों में से 25 शहरों में कीमतें बढ़ी हैं जबकि 5 शहरों में गिरावट देखी गई.
उत्तर भारत में जयपुर बना तेजी का केंद्र
उत्तर भारत के जयपुर में नए लॉन्च प्रोजेक्ट्स की कीमतों में सबसे बड़ी 65% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यहां 2023 में 4,240 रुपये प्रति वर्ग फुट की कीमत 2024 में 6,979 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई. इसके बाद इंदौर (20%) और देहरादून (14%) में भी बढ़ोतरी देखी गई.
सोनीपत में सबसे अधिक गिरावट
सोनीपत में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में 26% की सबसे बड़ी गिरावट हुई. इसके बाद मोहाली (8%) और भोपाल (5%) का स्थान रहा. आगरा, चंडीगढ़ और भिवाड़ी जैसे शहरों में हालांकि कीमतें क्रमशः 59%, 34%, और 25% बढ़ीं लेकिन प्रोजेक्ट्स की संख्या सीमित रही.
गोवा बना प्रीमियम मार्केट का हिस्सा
टियर-2 शहरों में गोवा (Premium Residential Properties in Goa) सबसे महंगा बन गया है, जहां औसत कीमत 10,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के पार पहुंच गई. इसकी तुलना में विजयवाड़ा, गांधी नगर, सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद जैसे शहरों में कीमतें 5,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के नीचे बनी हुई हैं.
दक्षिण भारत में कीमतों का परिदृश्य
दक्षिण भारत के गुंटूर (Property Prices in South India) में नए प्रोजेक्ट्स की कीमतें 51% बढ़कर 5,169 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गईं. मैंगलोर (41%) और विशाखापट्टनम (29%) में भी उछाल देखा गया. हालांकि, मैसूर और तिरुवनंतपुरम में क्रमशः 14% और 4% की गिरावट दर्ज की गई.
पश्चिम भारत में स्थिरता और विकास
पश्चिम भारत के गांधी नगर में औसत कीमतें (Property Prices in Western India) 19% बढ़कर 4,844 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गईं. सूरत (14%) और नागपुर (12%) में भी बढ़ोतरी हुई, लेकिन कीमतें अभी भी 5,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के नीचे बनी हुई हैं.
पूर्वी भारत में भी तेजी
पूर्वी भारत के भुवनेश्वर (Property Prices in Bhubaneswar) में 15% की वृद्धि हुई, जिससे औसत कीमत 7,731 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई. रायपुर में यह बढ़ोतरी 14% रही और कीमतें 3,810 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंचीं.