हरभजन सिंह ने हाल ही में भारतीय गेंदबाजों की प्रदर्शन पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है, खासकर एडिलेड टेस्ट मैच के पहले दिन की गेंदबाजी के दौरान। उन्होंने कहा कि भारतीय गेंदबाजों ने सही रणनीति अपनाने में गलती की और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को आसानी से खेलने का मौका दिया। हरभजन का यह बयान भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
हरभजन सिंह की टिप्पणी
एडिलेड टेस्ट के पहले दिन, भारत ने केवल 180 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट पर 86 रन बना लिए थे। इस स्थिति में हरभजन ने कहा, “भारत ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को गेंद नहीं खेलने दी। इसी तरह की गलती ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत में की थी।” उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय गेंदबाजों को अधिक आक्रामक गेंदबाजी करनी चाहिए थी, विशेष रूप से जब लाइट्स के नीचे सीम मूवमेंट्स थी.
हरभजन ने यह भी बताया कि गेंदबाजों को छठे और सातवें स्टंप पर गेंदें फेंकने के बजाय ड्राइविंग लेंथ पर गेंदबाजी करनी चाहिए थी। “तीन स्लिप रखे गए थे, लेकिन इसका फायदा तभी मिलता है जब आप फुल लेंथ और स्टंप पर गेंदबाजी करते हैं,” उन्होंने कहा। उनकी यह टिप्पणी इस बात का संकेत देती है कि भारतीय टीम को अपनी रणनीति में सुधार करने की आवश्यकता है.
भारतीय गेंदबाजों की रणनीति
हरभजन सिंह ने सुझाव दिया कि भारतीय गेंदबाजों को चार-चार ओवर के छोटे स्पेल दिए जाने चाहिए ताकि वे अधिक प्रभावी हो सकें। इसके साथ ही, उन्हें अश्विन जैसे प्रमुख स्पिनरों को जल्दी लाने पर विचार करना चाहिए। “हमें कल पता चलेगा कि दिन के दौरान तेज गेंदबाजी कितनी अधिक प्रभावी होगी,” उन्होंने कहा.
हरभजन का अनुभव
हरभजन सिंह, जो खुद एक अनुभवी स्पिनर रहे हैं, ने अपने करियर में कई बार ऐसी परिस्थितियों का सामना किया है। उनके अनुभव से यह स्पष्ट होता है कि सही रणनीति और मानसिकता के बिना कोई भी टीम सफल नहीं हो सकती। उनके द्वारा दी गई सलाह युवा गेंदबाजों के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकती है।
हरभजन सिंह की टिप्पणियाँ भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत हैं। यदि टीम इंडिया को आगामी मैचों में सफलता प्राप्त करनी है, तो उन्हें अपनी रणनीति में सुधार करना होगा और हरभजन द्वारा सुझाए गए उपायों पर ध्यान देना होगा।