कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानि कि ईपीएफओ और केंद्र सरकार पर एक के बाद एक तीर पेंशनभोगी चला रहे हैं ! पेंशनर्स की मांग है कि न्यूनतम पेंशन को बढ़ाया जाए ! पेंशनभोगी रामकृष्ण पिल्लई ने कर्मचारी पेंशन योजना के तहत न्यूनतम पेंशन आदि पर कहा-यू-ट्यूब पोस्टिंग पर विश्वास न करें ! जहां अतिरंजित उम्मीदें पेश की जाती हैं !
1.9.2014 से मुद्रास्फीति और वेतन में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए पेंशन योग्य वेतन में संशोधन की मांग ! अंतिम संशोधन उसी तिथि से किया गया था ! निम्नानुसार संशोधित पेंशन योग्य वेतन के आधार पर न्यूनतम पेंशन की मांग करें ! पेंशन योग्य वेतन × 10 वर्ष न्यूनतम पेंशन योग्य सेवा ÷ 70 = पेंशन ! उदाहरण 1) रु.21000*10/70=3000.00 रुपए होती है !
उदाहरण 2. 25000*10/10=3571.00 अर्थात रु.3570 रुपए ! हमें नवीनतम सरकारी पेंशन योजना के बराबर पेंशन योग्य वेतन में संशोधन की मांग करनी चाहिए ! क्योंकि पेंशन फॉर्मूला पहले के सरकारी पेंशन फॉर्मूले से उधार लिया गया था !
EPS-95 Pension Formula Minimum Pension Fund
पेंशनभोगी रामकृष्ण पिल्लई ने कहा-संशोधित सूत्र इस प्रकार होगा:-
पेंशन योग्य वेतन*पेंशन योग्य सेवा÷25=पेंशन उन्होंने सुझाव दिया कि पेंशन योग्य वेतन को संपूर्ण पेंशन योग्य सेवा अवधि के लिए औसत पेंशन योग्य वेतन के रूप में परिभाषित किया जाना चाहिए ! क्योंकि यह वास्तविक वेतन है !
जिसके आधार पर पेंशनभोगियों द्वारा योगदान दिया जाता है ! और कर्मचारी पेंशन योजना एक अंशदायी पेंशन योजना है ! इससे पुराने पेंशनभोगियों के संबंध में न्यूनतम पेंशन को छोड़कर सभी पेंशन के लिए समान और आनुपातिक पेंशन सुनिश्चित होगी !