गेहूं के भाव में लगातार तेजी देखने को मिल रही है, जिससे किसानों के लिए अच्छे दाम मिलने की संभावना बढ़ी है। इस लेख में विभिन्न मंडियों में गेहूं के भाव, आवक की स्थिति और बेचने का सही समय बताया गया है, जो किसानों के लिए लाभकारी हो सकता है।
Mandi Bhav: किसान साथियों, इन दिनों गेहूं के भाव में लगातार वृद्धि हो रही है। कल दिल्ली मंडी में गेहूं का भाव 40 रुपये बढ़कर 3090 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था, और आज भी यह बढ़कर 30 रुपये और बढ़ा, जिससे गेहूं का भाव 3090 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। इस समय गेहूं की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और विभिन्न मंडियों में भावों में तेजी का रुझान बना हुआ है।
प्रमुख मंडियों में गेहूं के भाव
दिल्ली मंडी:
दिल्ली मंडी में गेहूं का भाव लगातार बढ़ रहा है। कल 40 रुपये की बढ़ोतरी के बाद आज फिर 30 रुपये का इजाफा हुआ और अब गेहूं का भाव 3090 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुका है।
नोहर मंडी:
नोहर मंडी में गेहूं का भाव 2900 रुपये प्रति क्विंटल था, जो पिछले कुछ दिनों से स्थिर है।
ऐलानाबाद मंडी:
ऐलानाबाद मंडी में गेहूं का भाव 2800 रुपये प्रति क्विंटल था।
सिवानी मंडी:
सिवानी मंडी में गेहूं का भाव 2840 रुपये प्रति क्विंटल था।
दुर्ग मंडी:
दुर्ग मंडी में गेहूं का भाव 2980 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जो स्थिर था।
धनबाद मंडी:
धनबाद मंडी में गेहूं के भाव में 30 रुपये का इजाफा हुआ और यह 3080 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया।
दरभंगा मंडी:
दरभंगा मंडी में गेहूं का भाव 3050 रुपये प्रति क्विंटल था और यह स्थिर बना हुआ है।
अन्य मंडियों में गेहूं के भाव
गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की मंडियों में भी गेहूं के भाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। उदाहरण के तौर पर:
गुजरात:
गुजरात की कई मंडियों जैसे वीरमगाम, राजुला और खंभात में गेहूं का भाव 2900 रुपये से लेकर 3500 रुपये तक हो सकता है, जो गुणवत्ता के आधार पर बदलता है।
राजस्थान:
राजस्थान की मंडियों में जैसे कोटा, अलवर और अजमेर में गेहूं का भाव 2700 रुपये से लेकर 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक देखा गया है।
उत्तर प्रदेश:
उत्तर प्रदेश की मंडियों में जैसे मथुरा, लखनऊ, और वाराणसी में गेहूं का भाव 2700 रुपये से 2900 रुपये के बीच देखा गया है।
पश्चिम बंगाल:
पश्चिम बंगाल की मंडियों में गेहूं का भाव 2400 रुपये से 2900 रुपये तक पाया जा रहा है।
मंडियों में आवक की स्थिति
किसान अपनी फसल को बेचने के लिए सही समय का चुनाव करते हैं, क्योंकि मंडियों में आवक भी प्रभावित करती है। कुछ मंडियों में गेहूं की आवक बढ़ी है, जैसे:
पिपरिया मंडी:
यहां 800 बोरी गेहूं की आवक हुई।
जबलपुर मंडी:
यहां 1300-1400 बोरी गेहूं की आवक रही।
बीकानेर मंडी:
बीकानेर में 200 कट्टे गेहूं की आवक हुई।
अलवर मंडी:
यहां 300 कट्टे गेहूं की आवक आई।
गेहूं के भाव में भविष्य के बदलाव
गेहूं के भाव में लगातार बदलाव हो रहे हैं। ये बदलाव मुख्य रूप से मौसम, फसल की गुणवत्ता, आवक और मंडी के स्थानीय मांग पर निर्भर करते हैं। अगर मौसम अच्छा रहता है और आवक कम होती है तो गेहूं के भाव में और बढ़ोतरी हो सकती है।
किसान क्या करें?
किसानों को अपने गेहूं को बेचने से पहले सही समय का चुनाव करना चाहिए। भाव में बदलाव आने के कारण किसानों को अपनी फसल को बेचने का निर्णय सोच-समझकर लेना चाहिए। अगर किसी मंडी में आवक कम हो और भाव बढ़ रहे हों, तो किसान वहां अपनी फसल बेचने का सोच सकते हैं।