धान एवं गेहूं के समर्थन मूल्य (MSP In MP) में कब बढ़ोतरी होगी आइए जानते हैं…
MSP In MP | मध्य प्रदेश में डॉ मोहन यादव की सरकार 1 वर्ष पूर्ण कर चुकी है। पिछले वर्ष भाजपा को प्रदेश में जबरदस्त बहुमत मिला। इस बहुमत की वजह लाड़ली बहना योजना को बताया जा रहा है।
किंतु दूसरी ओर विशेषज्ञों का मानना है कि धान एवं गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने की घोषणा की वजह से भी प्रदेश में बीजेपी को जीत मिली।
पीएम नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के किसानों से वादा किया था कि धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए एवं गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इसे पीएम की गारंटी कहा था। MSP In MP
पीएम नरेंद्र मोदी की यह गारंटी कब पूरी होगी एवं इसके संबंध में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 1 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात क्या कहा, आइए जानते हैं..
MSP In MP | समर्थन मूल्य में रूटिंग बढ़ोतरी हुई
प्रधानमंत्री की इस घोषणा की वजह से किसानों ने भी बीजेपी का भरपूर तरीके से समर्थन किया। यही कारण रहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा ने पुनः सरकार बनाई। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष इन दोनों कृषि जिंसों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी तो हुई है लेकिन यह बढ़ोतरी रूटिंग बढ़ोतरी है।
केंद्र सरकार ने धान एवं गेहूं के समर्थन मूल्य में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 7 से 10% तक की बढ़ोतरी की। दोनों प्रोसीजर के समर्थन मूल्य में यह बढ़ोतरी रूटिंग बढ़ोतरी है। इधर एमपी में इन दोनों फसलों पर बोनस दिए जाने की चर्चा तेज हो गई है। वर्तमान में धान खरीदी का सीजन चल रहा है। : MSP In MP
धान पर अभी तक सरकार ने कोई बोनस घोषित नहीं किया है, लेकिन गेहूं पर बोनस दिए जाने की चर्चा अधिक है इस संबंध में मुख्यमंत्री ने 1 साल पूर्ण होने पर बोनस दिए जाने एवं समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने को लेकर स्थिति स्पष्ट की है।
गत वर्ष गेहूं पर मिला था 125 रु. का बोनस
गौरतलब है कि पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया था इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने 125 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस देते हुए एमपी के किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 2400 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर की थी। : MSP In MP
केंद्र सरकार ने इस वर्ष गेहूं के समर्थन मूल्य में 150 रुपए की वृद्धि की है। केंद्र सरकार द्वारा इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
गेहूं एवं धान की MSP बढ़ाने को लेकर सीएम ने यह कहा
MSP In MP | मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव प्रदेश सरकार के 1 साल के कार्यकाल पूर्ण होने पर जनकल्याण अभियान चला रहे हैं इसी अभियान के दौरान प्रदेश के सीएम ने गेहूं एवं धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के अनुसार धन एवं गेहूं के समर्थन मूल्य को बढ़ाने को लेकर कदम आगे बढ़ा दिए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने तो इसे लागू भी कर दिया। हमने सवा सौ रुपए बोनस पिछली बार चालू किया था। जैसे-जैसे भारत सरकार की एमएसपी बढ़ती जाएगी, हम उसको बढ़ाते जा रहे हैं। हमने कहा कि 5 साल की सरकार है, 5 साल में 2700 हो जाएगा। संकल्प पत्र तो 5 साल में पूरा होगा।
यह भाजपा की जुबान है, वादा पूरा होगा। कांग्रेस तो 50 साल तक कहती रही कि गरीबी हटाएंगे। उनकी सरकार बनती रही, गरीबी कहां हटी? कांग्रेस हट गई। : MSP In MP
सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने सिवाय झूठ बोलने के कोई काम नहीं किया। कांग्रेस की कमजोरी देखिए आजादी के बाद से कांग्रेस चुनाव जीतती रही, लेकिन कभी डेवलपमेंट को पसंद नहीं किया। परिणाम ये रहा कि जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी जैसे नेता दिल्ली से चुनाव नहीं लड़े, क्योंकि दिल्ली की जनता हिसाब पूछ लेगी। इसलिए रायबरेली, अमेठी जाते हैं। उनको एक और जगह मिली वायानाड।
इस गेहूं का समर्थन मूल्य कितना मिलेगा
MSP In MP | मध्य प्रदेश के किसानों की सबसे अधिक जिज्ञासा गेहूं के समर्थन मूल्य को लेकर है। चर्चा के दौरान किसान बताते हैं कि मध्य प्रदेश में पिछले वर्ष गेहूं की खरीदी 2400 रुपए प्रति कुंतल के भाव पर हुई थी।
इस वर्ष केंद्र सरकार ने 2425 रुपए प्रति क्विंटल का भाव निर्धारित किया है। इस भाव के अतिरिक्त प्रदेश सरकार कितना बोनस देगी। यह अभी तय नहीं हुआ है हालांकि पूरी संभावना है कि प्रदेश सरकार गेहूं के वर्तमान समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर ही गेहूं की खरीदी करेगी। : MSP In MP
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो गेहूं का समर्थन मूल्य मूल्य पर पिछले वर्ष के ही अनुसार इस वर्ष भी 125 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस सरकार देगी। जिसे मिलकर मध्य प्रदेश में गेहूं का समर्थन मूल्य 2550 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा।
MSP बढ़ने का असर – कठिया गेहूं की बोनी अधिक हुई
कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष गेहूं का रकबा बढ़ा है। बताया जा रहा है कि गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ने से इस वर्ष अधिक उपज देने वाले कठिया (ड्यूरम) गेहूं की बोवनी अधिक हुई है। किसान यह गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तोलते हैं। : MSP In MP