सभी फैंस इसे लेकर बड़े उत्साहित हैं। वे अपनी फेवरेट टीम को सपोर्ट करने में लगे हुए हैं। आईपीएल अक्सर बाकी सभी सीरीज से ज्यादा पॉपुलर रहता है। इसकी एक वजह इसमें छिपा ग्लैमर भी होता है। इस ग्लैमर में चार चांद लगाने में चीयरलीडर्स अहम रोल अदा करती हैं। इन्हें नाचता और किर्केटर्स को चीयर करता देख फैंस भी बड़े खुश और उत्साहित हो जाते हैं।
कई लोगों को लगता है कि चीयरलीडर्स की लाइफ बड़ी मजे वाली है। इन्हें अच्छा खासा पैसा मिलता होगा। ये क्रिकेट टूर के दौरान खूब ऐश करती होंगी। लेकिन ऐसा नहीं है। इस चमक धमक के पीछे काला अंधेरा और कड़वी सच्चाई भी छिपी हुई है। आज हम आपको आईपीएल चीयरलीडर्स (IPL Cheerleaders) के वह काल और कड़वे सच बताएंगे जिनसे हर कोई अनजान है।
समय पर पैसे न मिलना
आईपीएल चीयरलीडर्स को कई बार टाइम पर पेमेंट नहीं मिलता है। इन्हें अपने इस हार्ड वर्क का थोड़ा ही पैसा मिलता है। इसमें भी कई बार वादे के अनुसार फुल पेमेंट नहीं मिल पाता है। हालांकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि चीयरलीडर्स किस फ्रेंचाइस के लिए वर्क कर रही हैं। जैसे कुछ साल पहले यूक्रेन की चीयरलीडर्स ने दावा किया था कि राजस्थान फ्रेंचाइस ने उन्हें कई बार पेमेंट टाइम पर नहीं दिया।
रहने खाने की बेकार सुविधा
आईपीएल चीयरलीडर्स को यह भी शिकायत रही कि उन्हें ट्रैवल के दौरान अच्छा खाना और रहने की सुविधा नहीं मिलती है। उन्हें अक्सर 1 सितारा होटल में ठहाराया जाता है। यहां कि हालत इतनी खस्ता होती है कि कई बार जानवरों का मल भी पड़ा मिल जाता है। कुल मिलाकर उन्हें रॉयल ट्रीटमेंट तो छोड़ो ठीक-ठाक सुविधाएं भी नहीं मिलती है।
मैच के बाद की पार्टी में बुरा बर्ताव
चीयरलीडर्स प्रेशर में खेल रहे खिलाड़ियों और उन्हें देख रहे फैंस को अपने डांस और चीयरिंग से थोड़ा रीलैक्स करने का काम करती है। आईपीएल मैच के बाद खिलाड़ियों का टेंशन कम करने के लिए पार्टी भी आयोजित करता है। लेकिन इस पार्टी में कई खिलाड़ी पीकर होश खो बैठते हैं। ऐसे में वह इन चीयरलीडर्स के साथ बदतमीजी भी करते हैं।
Gabriella Pasqualotto नाम की एक चीयरलीडर ने दावा किया था कि पार्टी में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के प्लेयर्स ने नशे में उनके साथ गंदा व्यवहार किया था। कुछ अफवाहें तो ये भी कहती है कि इन्हीं पार्टियों में आईपीएल मैच फिक्सिंग की बातें होती हैं। हालांकि इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है।
फैंस की बदतमीजी
चीयरलीडर्स को मैच के दौरान अपनी सेफ़्टी और मान सम्मान की भी चिंता रहती है। फैंस अक्सर उन्हें एक सेक्स ऑब्जेक्ट के रूप में देखते हैं। वह उनके आर्ट को नहीं समझते हैं। ऐसे में वह कई बार उन्हें देख गंदे कमेंट और इशारे करते हैं। इस बात को लेकिन कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इस पर कोई खास एक्शन नहीं लिया गया।
इसके अलावा चीयरलीडर्स का कहना है कि उन्हें जो कपड़े पहनाए जाते हैं वह भी कंफरटेबल नहीं होते हैं। उन्हें अच्छे से डिजाइन नहीं किया जाता है। वहइन कई बार पुलिस भी बिना किसी वारंट के उनके कमरे की तलाशी कर लेती है। इस तरह उनकी कोई प्राइवेसी भी नहीं होती है।
हमे उम्मीद है कि चीयरलीडर्स की इस पूरी हालत में आगे सुधार देखने को मिलेगा। फैंस से भी ये गुजारिश है कि आप इनका सम्मान करें। इनके ऊपर गंदे कमेंट्स न करें। इनकी वजह से ही मैच में हर कोई जोश और उत्साह से भर जाता है।