हर किसी का सपना खुद का अपने घर का होता है. लोग जब अपना खुद का घर बनाते है तो उसे बड़े प्यार से सजाते है. कई लोग अपने घर में अपनी कई सालों की दौलता लगा देते है. लोग अपने घर की देखभाल अपने बच्चों की तरह करते हैं. कई बार कई लोगों को अपने घर को खोने का ख़तरा भी होता है.
ऐसा किसी सरकारी प्रोजेट के तहत हो सकता है. कई बार किसी सरकारी प्रोजेक्ट के कारण लोगों के घर तोड़ दिए जाते है. हाल ही में इस तरह की नौबत पंजाब के संगरूर जिले के एक गांव में खेत में बने दो मंजिला मकान के मालिक एक किसान पर भी आई थी. लेकिन किसान ने बड़ी समझदारी से काम लिया. उसने सरकारी प्रोजेक्ट के लिए जगह भी खाली कर दी और अपना घर भी बचा लिया.
संगरूर जिले के रोशनवाला गांव के किसान सुखविंद सिंह सुक्खी का घर हाइवे की रेंज में आ रहा था. ऐसे में सुखविंदर के घर पट टूटने का खतरा मंडरा रहा था. भारतमाला प्रोजेक्ट में यह घर बाधा बन रहा था. यहां की जमीनों का सरकार अधिग्रहण कर रही है. सुखविंदर की ढ़ाई एकड़ जमीन भी प्रोजेक्ट में आने के चलते अधिग्रहण की गई है.
सुखविंदर अपना घर तोड़ना नहीं चाहता था और उसने आज की लिफ्टिंग तकनीक का सहारा लेते हुए अपने घर को खिसकाने का फैसला लिया. जहां घर बना था उसे वहां से 500 फीट दूर शिफ्ट किया गया है. इसके लिए किसान ने लाखों रुपये खर्च किए है. 40 लाख रुपये खर्च करके घर को हर दिन 10 फीट तक खिसकाया गया. इस दौरान घर को किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई.
सुखविंदर सिंह ने बताया कि, ”साल 2017 में घर बनवाना शुरू किया था जो साल 2019 में पूरा हुआ. इस घर को बनवाने में डेढ़ करोड़ रुपये के करीब का खर्चा आया था. इस घर में मेरे भाई और मेरा परिवार रहता था. एक्सप्रेस-वे के रडार में आने के चलते घर को तोड़ा जाना था. हमारी एक बीज फैक्ट्री भी इस जमीन पर लगी हुई थी. जिसमें हम फसल के लिए बीज तैयार करते थे और उसका व्यापार भी करते थे.
फैक्ट्री को हमने दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया, लेकिन घर को लेकर सभी परेशान थे. घर बनवाने में फिर से दो साल खराब करना ठीक नहीं लगा और अब तो पहले की तुलना में महंगाई भी बहुत हो गई है. ऐसे में फिर से घर बनवाना बहुत महंगा पड़ता. इसलिए हमने इसी घर को शिफ्ट कराने का फैसला किया”.
घर को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने का काम ठेकेदार मोहम्मद शाहिद ने किया. मोहम्मद शाहिद ने कहा कि, ”मैं अपने पिता के साथ घर लिफ्टिंग का काम करता हूं. हमने पहले भी कई घर लिफ्ट किए हैं लेकिन वो 10-15 फीट तक ही किए थे. लेकिन इस घर को 500 फीट शिफ्ट किया. घर को शिफ्ट करने में बहुत मजदूरों की जरूरत पढ़ती है जो सबसे बड़ा चैलेंज है”.