सोलर पैनल : भारत एक कृषि प्रधान देश है, भारत की सबसे ज्यादा आबादी कृषि पर आश्रित है। किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर योजनाएं संचालित की जाती हैं। कृषि में बिजली की आवश्यकता पड़ती है, जिस से किसानों को बिजली के बिल की चिंता रहती है, किसानों की इस समस्या को खत्म करने के लिए उन्हें सरकार ने 3 किलोवाट के सोलर पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
सोलर पैनल पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उत्पादन करने के लिए प्रसिद्ध है, इनका प्रयोग कर के पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है। इसलिए सोलर पैनल का प्रयोग कर के जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को खत्म किया जा सकता है, ऐसा होने से पर्यावरण में उपस्थित कार्बन फुटप्रिन्ट को कम किया जा सकता है।
3 किलोवाट के सोलर पर सब्सिडी: किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी
केंद्र सरकार द्वारा किसानों को 3 किलोवाट के सोलर पैनल पर बढ़ी हुई सब्सिडी प्रदान की जाएगी। ऐसा होने पर किसानों के खोटों में सिंचाई एवं कृषि से संबंधी अन्य आवश्यकताओं के लिए आसानी से सोलर पैनल के माध्यम से बिजली प्राप्त की जा सकती है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को प्रतिमाह 300 यूनिट तक बिजली फ्री में प्रदान की जाएगी। जिस से किसान प्रतिवर्ष 18,000 रुपये की बचत कर सकते हैं। योजना के द्वारा किसानों को सोलर पैनल की कीमत पर 40% से 60% तक सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
योजना का उद्देश्य एवं लाभ
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश की किसानों को आसानी से कृषि के लिए बिजली प्रदान कर आर्थिक राहत प्रदान करना है। इस योजना के द्वारा किसानों को बिजली की कमी एवं बिजली के भारी बिल से राहत मिलेगी। इस योजना के द्वारा देश की सौर ऊर्जा की क्षमता को बढ़ाया जा सकेगा। इस योजना से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
- किसानों को प्रतिमाह 300 यूनिट बिजली निःशुल्क प्रदान की जाती है, जिस से वे आर्थिक बचत कर सकते है।
- सोलर सिस्टम में लगने वाले सोलर पैनल की लागत पर किसानों को सरकार द्वारा 40% से 60% तक सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- पर्यावरण को सुरक्षित रखने में यह योजना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एवं आम नागरिक की सहभागिता पर्यावरण को सुरक्षित रखने में यह योजना योगदान प्रदान करती है।
- इस योजना में स्थापित होने वाले सोलर पैनल का प्रयोग कर बनने वाली बिजली को नजदीकी डिस्कॉम को बेच कर आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा होने से किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
योजना का आवेदन
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए निम्न बिंदुओं का पालन करें:-
- सबसे पहले आप अपने राज्य के विद्युत वितरक (डिस्कॉम) की आधिकारिक वेबसाइट में जाएँ।
- जिसमें आपको रजिस्ट्रेशन करने के लिए बिजली उपभोक्ता नंबर, मोबाइल नंबर एवं ईमेल को दर्ज करते हैं।
- पोर्टल पर लॉगिन करने के लिए आप बिजली उपभोक्ता नंबर एवं मोबाइल नंबर का प्रयोग कर सकते हैं।
- अब आप रुफटॉप सोलर के लिए आवेदन करें। एवं मांगी गई सभी जानकारियों को दर्ज करें।
- आपके नजदीकी डिस्कॉम द्वारा आपके आवेदन का फीसिबिलिटी अप्रूवल दिया जाएगा। जिसके बाद आप पंजीकृत सोलर विक्रेता से सोलर पैनल को स्थापित कर सकते हैं। एवं नेट मीटर को स्थापित कर सकते हैं।
- जिसके बाद आपको आपके बिजली विक्रेता डिस्कॉम द्वारा कमीशनिंग सर्टिफिकेट दिया जाता है। जो आपके द्वारा लगाए जाने वाले सोलर प्लांट का प्रमाण होता है।
निष्कर्ष
इस योजना का लाभ देश के सभी नागरिक कर सकते हैं। किसानों को इस योजना के लाभार्थियों को प्राथमिकता प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ प्राप्त कर आप सोलर सिस्टम को स्थापित कर सौर ऊर्जा के द्वारा आत्मनिर्भर बन सकते हैं। सोलर पैनल का प्रयोग कर भविष्य में 20 से 25 साल तक बिजली का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। कृषि में सिंचाई के लिए सोलर सिस्टम के द्वारा बनने वाली बिजली के द्वारा मोटर का प्रयोग किया जा सकता है। ऐसे में जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को खत्म कर पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है।