free Toll Tax: महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत दी गई है. रीवा, मीरजापुर, वाराणसी, कानपुर, लखनऊ और अयोध्या जैसे प्रमुख मार्गों पर 45 दिन तक निजी वाहनों से टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा. यह फैसला श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सरल और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से लिया गया है.
किन वाहनों को मिलेगी टोल छूट?
टोल टैक्स छूट केवल निजी वाहनों और जीप-कार (private cars toll free kumbh mela) पर लागू होगी. चाहे वे व्यक्तिगत उपयोग के लिए हों या कामर्शियल रूप से पंजीकृत हों, टोल नहीं लिया जाएगा. हालांकि, भारी वाहन (heavy commercial vehicles toll tax kumbh) जैसे ट्रक, जो माल लादे होंगे, उनसे टोल टैक्स लिया जाएगा.
कौन से मार्ग होंगे टोल फ्री?
महाकुंभ के दौरान निम्नलिखित मार्गों पर टोल फ्री सुविधा (toll free highways kumbh mela) उपलब्ध होगी:
- रीवा राजमार्ग: गन्ने टोल
- मीरजापुर मार्ग: मुंगारी टोल
- वाराणसी मार्ग: हंडिया टोल
- कानपुर मार्ग: कोखराज टोल
- लखनऊ मार्ग: अंधियारी टोल
- अयोध्या मार्ग: मऊआइमा टोल
यह छूट महाकुंभ की पूरी अवधि (45 दिनों) तक लागू रहेगी.
भारी वाहनों पर छूट नहीं
हालांकि कामर्शियल भारी वाहनों (commercial heavy vehicles toll tax kumbh) को इस छूट का लाभ नहीं मिलेगा. ऐसे वाहन, जिन पर माल जैसे सीमेंट, सरिया, बालू, या इलेक्ट्रॉनिक सामान लदे होंगे, उनसे टोल वसूला जाएगा.
टोल टैक्स छूट का उद्देश्य
इस छूट का उद्देश्य श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुलभ (easy travel for pilgrims kumbh mela) बनाना है. महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु विभिन्न स्थानों से प्रयागराज पहुंचते हैं. टोल टैक्स छूट से उनकी यात्रा का समय और खर्च दोनों कम होंगे.
पिछले कुंभ मेले में भी लागू हुई थी छूट
महाकुंभ 2025 में दी जा रही यह छूट पहली बार नहीं है. इससे पहले कुंभ मेला 2019 (kumbh mela toll free 2019) में भी श्रद्धालुओं को टोल टैक्स से छूट दी गई थी. सरकार की यह पहल यात्रियों के लिए राहतकारी साबित हुई थी.
टोल टैक्स छूट की प्रक्रिया
सरकार ने टोल टैक्स छूट के लिए प्रक्रिया (government toll exemption process) शुरू कर दी है. टोल प्लाजा पर विशेष व्यवस्था की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो.
श्रद्धालुओं के लिए अन्य सुविधाएं
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं के लिए अन्य सुविधाएं (additional facilities kumbh mela 2025) भी उपलब्ध होंगी:
- यात्रा प्रबंधन: प्रमुख मार्गों पर यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंधन.
- फ्री पार्किंग: कुंभ मेला स्थल के नजदीक पार्किंग की मुफ्त सुविधा.
- स्वास्थ्य सेवाएं: प्राथमिक चिकित्सा और एम्बुलेंस की सुविधा.
महाकुंभ की ऐतिहासिक महत्ता
महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व (cultural significance kumbh mela) भी रखता है. हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को एकजुट करता है.