सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है, जिसमें 8.2% ब्याज दर पर निवेश कर टैक्स छूट का लाभ मिलता है। यह योजना शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सहायता देती है।
Sukanya Samriddhi Yojana: भारत सरकार ने देश की बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की शुरुआत की है। यह योजना विशेष रूप से उन माता-पिता के लिए डिजाइन की गई है, जिनके घर में 10 वर्ष से कम उम्र की बेटियाँ हैं। इस योजना के माध्यम से उन्हें अपनी बेटी के नाम पर एक खाता खोलने का अवसर प्रदान किया जाता है, जिसमें वे नियमित रूप से धनराशि जमा कर सकें और बड़ी मैच्योरिटी राशि प्राप्त कर सकें।
योजना की मुख्य विशेषताएँ
1. निवेश की सीमा: इस योजना में न्यूनतम ₹250 से लेकर अधिकतम ₹1.5 लाख तक प्रति वर्ष निवेश किया जा सकता है। यह राशि माता-पिता या अभिभावक द्वारा बच्ची के नाम से जमा की जा सकती है।
2. ब्याज दर: वर्तमान में, सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है, जो कि अन्य बचत योजनाओं की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धी है।
3. कर लाभ: इस योजना के तहत किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम 1961 के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ उठाया जा सकता है। यह न केवल निवेश पर बल्कि प्राप्त ब्याज और मैच्योरिटी राशि पर भी लागू होता है।
योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना है। इस योजना के तहत जमा किये गए धन का उपयोग उनकी उच्च शिक्षा और विवाह के लिए किया जा सकता है। इससे बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद मिलती है।
निवेश पर मिलने वाला रिटर्न
यदि आप इस योजना में मासिक ₹10,000 जमा करते हैं, तो वार्षिक निवेश ₹1,20,000 होगा। इस तरह 15 वर्षों में कुल निवेश ₹18,00,000 होगा। इस योजना की मैच्योरिटी अवधि 21 वर्षों पर आधारित है, जिसके अंत में आपको लगभग ₹55,42,062 मिलेंगे, जिसमें ₹37,42,062 ब्याज के रूप में मिलेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की एक अभिनव पहल है जो बेटियों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाती है। यह योजना बेटियों को उनके सम्पूर्ण विकास और समान अवसर प्रदान करने के लिए एक मजबूत आधार तैयार करती है।