देसी गुलाब की खेती करके अधिक कमाई करना चाहते हैं तो इस लेख आपको बताते हैं कि एक बीघा में कितनी लागत आएगी और उससे कितना मुनाफा मिलेगा-
देसी गुलाब की डिमांड
देसी गुलाब की खेती करके अच्छी कमाई की जा सकती है। गुलाब के फूल ऑनलाइन होटल और फूलों के दुकान में बेचे जा सकते हैं। देसी गुलाब के पंखुड़ियां भी डिमांड में रहती हैं। इसकी खेती से लाखों कमाई की जा सकती है। एक बीघा में इसकी खेती से तीन से चार लाख रुपए की कमाई की जा सकती है। गुलाब की खेती से कई किसानों की जिंदगी बदल गई है तो चलिए आपको इस लेख में हम पहले यह बताते हैं की देसी गुलाब की खेती में किन बातों का ध्यान रखें, खेती कैसे करें साथ में यह भी जानेंगे कि देसी गुलाब की खेती में लागत और शुद्ध मुनाफा कितना मिलेगा।
देसी गुलाब की खेती
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार देसी गुलाब की खेती के बारे में जानिए-
- देसी गुलाब की खेती के लिए नवंबर से फरवरी के बीच रोपाई का समय सही होता है।
- एक बीघा में देसी गुलाब की खेती कर रहे हैं तो 900 से लेकर 1000 पौधों की आवश्यकता पड़ती है।
- देसी गुलाब की खेती के लिए उस खेत का चयन करें, जहां 5 से 6 घंटे की धूप आती हो।
- देसी गुलाब की बढ़िया पैदावार के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। 15 दिन में एक बार बढ़िया उपज लेने के लिए खाद दे सकते है।
- गुलाब की खेती कर रहा है तो साल में एक बार छटाई करें। ताकि नई शाखाएं आये। कटाई-छटाई का समय का ध्यान रखें।
- गुलाब के पौधे शाम के समय लगाना चाहिए।
- दो लाइन के बीच की दूरी 5 फिट रखें और दो पौधों के बीच की दूरी 2 फीट रखें।
- रोपाई के बाद सिंचाई करें।
- 4 महीने में फूल मिलने लगेंगे।
- एक बीघा से 10 किलो उत्पादन प्रतिदिन लिया जा सकता है।
- एक बीघा से उत्पादन 3600 किलो मिलता है।
गुलाब की खेती में लागत और कमाई
गुलाब की कई वैरायटी आती है। जिनकी खेती किसान कर सकते हैं। जिसके लिए उन्हें संपर्क करना चाहिए जो की फूलों की खरीदी करते हो और डिमांड के अनुसार खेती करना चाहिए। साथ ही मिट्टी, जलवायु आदि का ध्यान रखना चाहिए। जिसमें देसी गुलाब की खेती की बात करें तो इसमें अगर एक बीघा में किसान खेती करते हैं तो बता दे कि इनकी कीमत कभी ₹50 तो कभी ₹400 किलो मिलती है तो अगर औसतन कीमत ₹100 भी लगाई जाए तो एक बीघा से 360000 की कमाई की जा सकती है।
वही एक लाख खर्च निकाल दिया जाए तो 2,60,000 रुपए का शुद्ध मुनाफा यहां पर हो रहा है। लेकिन कीमत ₹100 से ज्यादा किसानों को मिलती है तो ज्यादा कमाई भी हो सकती है। इसके लिए किसान को मार्केटिंग पर ध्यान रखना होगा।