यह दोनों पुल उन्नाव, लखनऊ, हरदोई और कानपुर अलीगढ़ हाईवे को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे
विकास की गति निरंतर तेज होती जा रही है, और सरकार इस दिशा में नई और प्रभावी योजनाओं पर कार्य कर रही है। इन योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं। कानपुर शहर में विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है, जिसमें गंगा नदी पर दो नए पुलों के निर्माण की योजना बनाई गई है। इन पुलों का उद्देश्य शहर को अन्य शहरों से जोड़ना और यातायात को सुगम बनाना है। इस परियोजना को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके साथ ही, कानपुर के चारों तरफ 93 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का निर्माण भी किया जाएगा, जो शहर की यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाएगा। यह उल्लेखनीय है कि इन दोनों पुलों और रिंग रोड का निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया जाएगा, जो कि देश के प्रमुख बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह परियोजना कानपुर के विकास में एक नई दिशा प्रदान करेगी और शहर के निवासियों के लिए यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाएगी।
कानपुर शहर में गंगा नदी को पार करने के लिए पहले से 4 पुल मौजूद हैं, जिनमें गंगा बैराज पुल, शुक्लागंज गंगापुल, जाजमऊ पुल, और बिठूर का गंगापुल शामिल हैं। हालांकि, हाल ही में शहर के लिए एक बड़ी चुनौती उत्पन्न हुई है। 3 महीने पहले, कानपुर का पुराना शुक्लागंज गंगापुल अपनी उम्र पूरी कर चुका था। यह पुल लगभग 140 साल पहले बना था और इसके कारण अब इस पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
इस स्थिति ने शहर के निवासियों को परिवहन में कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर कर दिया है।हाल ही में एक घटना के कारण शहर में एक पुल अचानक धराशाही हो गया, जिसके चलते प्रशासन ने दो नए पुलों के निर्माण का निर्णय लिया है। इनमें से एक पुल चकेरी एयरपोर्ट के निकट बनाया जाएगा, जबकि दूसरा बिठूर धार्मिक स्थल के निकट प्रस्तावित है।
यह दोनों पुल उन्नाव, लखनऊ, हरदोई और कानपुर अलीगढ़ हाईवे को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन नए पुलों के निर्माण से न केवल यातायात की सुगमता बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी सहायता मिलेगी। नागरिकों को बेहतर परिवहन सुविधाएं मिलेंगी, जिससे यात्रा का समय कम होगा और सड़क पर भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी।
बिठूर में निर्माणाधीन गंगा पुल की लंबाई लगभग साढ़े तीन किलोमीटर होगी, जबकि कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट के पीछे से प्रस्तावित गंगा नदी का पुल केवल एक किलोमीटर लंबा होगा। यह महत्वपूर्ण पुल नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा तैयार किया जाएगा। कानपुर में निर्मित होने वाली 93 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का उद्देश्य शहर के बाहर अन्य शहरों के हाइवे को जोड़ना है।
केंद्र सरकार ने गंगा नदी पर बनने वाले पुल के लिए 40 अरब 77 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। कानपुर के चकेरी क्षेत्र में प्रस्तावित यह पुल सिक्स लेन का होगा, जिससे एक साथ कई वाहन आसानी से गुजर सकेंगे। इस पुल का निर्माण तेजी से किया जाना है ताकि क्षेत्र के लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिल सके।
केंद्र सरकार ने गंगा नदी पर एक नए पुल के निर्माण की योजना बनाई है, जिसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कानपुर के ट्रांस गंगा सिटी से जुड़ने वाला यह पुल यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा वाई के आकार में बनाया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 700 करोड़ रुपये अनुमानित की गई है। लखनऊ की एक विशेषज्ञ टीम इस महत्वपूर्ण परियोजना पर काम करेगी, जिससे शहर की परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा।