नई दिल्ली। सरसों की फसल आने ही वाली है। इस वक्त सरसों के तेल की कीमतें काफी ज्यादा तो नहीं बढ़ी है। सरसों तेल की कीमतें पिछले साल रिकॉर्ड तोड़ रही थी। इस बार भी सरसों की कीमतों में गिरावट रहेगी। बारिश के सीजन ने सभी फसलों को अच्छा बना दिया। इस बार हर किसी ने कम पानी में भी सरसों की खेती कर ली है। सरसों की कीमत इस बार सबसे कम रहेगी। निकलती हुई सरसों 4500 के करीब रहने की उम्मीद है। सरसों के तेल की कीमतें गिरने के पीछे बड़ा कारण निर्यात भी है। भारत देश में अब पाम आयल सबसे ज्यादा बिकने लगा है। Mustard Oil
सरसों तेल की कीमतें
बाजार में इस वक्त सरसों के तेल की कीमत 140 रूपए किलो के हिसाब से है। मार्केट में आपको 140 से 160 रूपए किलो में अच्छा खाद्य तेल मिल जाएगा। पिछले साल यह 180 रूपए को भी पार कर गई थी। खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट और वृद्धि की वजह पाम तेल का आयात है। पाम तेल खाने में बहुत ज्यादा काम में लिया जाने लगा है। लोग घी के साथ खाद्य तेलों में भी काम लेने लगे हैं।
मार्च में कितनी होगी कीमतें
सरसों के तेल की कीमतें आपकी समय पर खरीद पर भी निर्भर करती है। सरसों निकलने के बाद आप खुद तेल निकलवाकर लाते हैं तो आपके यह 120 रूपए किलो तक पड़ जाएगा। सरसों का तेल आपको एक साथ ही सरसों खरीदकर निकलवाना चाहिए। सरसों का तेल साल भर में खराब नहीं होता। सरसों के तेल में कोई बैक्टीरिया भी नहीं फैलता। सरसों के तेल से निकलने वाली खली भी अच्छी खासी कीमत में बिकती है। सरसों निकलने के बाद एक महीने तक सरसों के तेल की कीमतें बेहद कम रहती है।