किसान अपन आमदनी बढ़ाने के लिए खेत में सीजन के मुताबित फल व सब्जियों की खेती करते है।देश में किसानो के लिए भिंडी की टॉप उन्नत किस्मे है।भिंडी की इन उन्नत किस्मो में पूसा सावनी,परभणी क्रांत्रि,अर्का अनामिका,पंजाब किस्म आदि है।देश के कई राज्यों में भिंडी की इन किसमो की खेती की जाती है।यह सभी भिंडी की किस्म कम समय में अच्छे पैदावर देने में सक्षम है।इन किस्मो की मांग बाजार में साल भर रहती है।भिंडी में फाइबर,कैल्शियम पोटेशियम आदि मौजूद है।तो आइए जानते है भिंडी की किस्मो के बारे में
भिंडी की टॉप उन्नत किस्मे
भिंडी की पूसा सावन किस्म
भिंडी की यह उन्नत किस्म गर्मी,ठंड और बारिश के मौसम में सरलता से उगाई जा सकती है।भिंडी की पूसा सावनी किस्म बारिश के मौसम में लगभग 60 से 65 दिन के अंदर तैयार हो जाती है।
भिंडी की अर्का अनामिका किस्म
यह किस्म येलोवेन मोजेक विधनू रोग से लड़ने में सक्षम है।इस किस्म की भिंडी में रोए नहीं पाए जाते है और साथ ही इसके फल बेहद मुलायम होते है।भिंडी की यह किस्म गर्म और बारिश दोनों की सीजन में अच्छा उत्पादन देने में सक्षम है।
भिंडी का अर्का अभय किस्म
यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग से लड़ने में सक्षम है। भिंडी की अर्का अभय किस्म को खेत में लगाने से कुछ ही दिनों में अच्छा उत्पादन देती है। इस किस्म की भिंडी के पौधे 120 -150 सेमि लम्बे और सीधे होते है।
भिंडी की परभनी क्रांति किस्म
भिंडी की इस किस्म में पीता रोग के प्रतिरोध माना जाता है।अगर किसान इनके बीज खेती में लगाते है,तो यह लगभग 50 दिनों के धनर ही फल देने लगते है।बता दे की परभणी क्रांति किस्म की भिंडी गहरे हरे कलर की होती है।इसकी लंबाई 15-18 सेमि तक लंबाई होती है।