School Holiday : पश्चिम बंगाल और तेलंगाना की सरकारों ने फरवरी 2025 में महत्वपूर्ण त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की है। पश्चिम बंगाल में शब-ए-बारात और पंचानन बर्मा जयंती के अवसर पर दो दिन का अवकाश रहेगा, जबकि तेलंगाना में तीन दिन की छुट्टी दी गई है। इस फैसले से छात्रों और शिक्षकों को त्योहार मनाने का अवसर मिलेगा।
पश्चिम बंगाल में कब और क्यों रहेगा अवकाश?
पश्चिम बंगाल सरकार ने 13 और 14 फरवरी 2025 को स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए दो दिवसीय अवकाश घोषित किया है। पहले सरकार ने केवल 14 फरवरी को शब-ए-बारात के अवसर पर अवकाश की घोषणा की थी। लेकिन बाद में यह स्पष्ट हुआ कि यह त्योहार 13 फरवरी को मनाया जाएगा। इस बदलाव को देखते हुए सरकार ने 13 फरवरी को भी अवकाश घोषित कर दिया।
इसके अलावा 14 फरवरी को पंचानन बर्मा जयंती भी मनाई जाती है। पंचानन बर्मा एक समाज सुधारक थे, जिन्होंने पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। इस अवसर पर राज्य सरकार ने पूरे पश्चिम बंगाल में सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में छुट्टी देने का निर्णय लिया है।
तेलंगाना में कब तक रहेंगे स्कूल बंद?
तेलंगाना में 14 से 16 फरवरी 2025 तक स्कूलों में अवकाश रहेगा। सरकार ने 14 फरवरी को शब-ए-बारात के लिए वैकल्पिक अवकाश घोषित किया है। हालांकि, यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन संभावना है कि हैदराबाद और अन्य जिलों में कई स्कूल बंद रहेंगे ताकि मुस्लिम समुदाय इस धार्मिक अवसर को मना सके।
इसके अलावा 15 फरवरी को संत सेवालाल महाराज जयंती के अवसर पर राज्य सरकार ने आधिकारिक अवकाश घोषित किया है। संत सेवालाल महाराज को विशेष रूप से बंजारा समुदाय के संत के रूप में जाना जाता है, और उनकी जयंती को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। 16 फरवरी को तेलंगाना के कई स्कूलों में रविवार की छुट्टी होगी। इस प्रकार, छात्रों को तीन दिन का लंबा अवकाश मिलेगा और स्कूल 17 फरवरी से फिर से खुलेंगे।
छुट्टियों के फैसले का छात्रों और अभिभावकों पर असर
स्कूलों में इस लंबी छुट्टी से छात्र न केवल अपने त्यौहार अच्छे से मना सकेंगे, बल्कि उन्हें पढ़ाई से कुछ समय का ब्रेक भी मिलेगा। हालांकि, अभिभावकों को अपने बच्चों के समय का सही प्रबंधन करना होगा ताकि यह छुट्टियां सिर्फ मनोरंजन में न बीतें, बल्कि बच्चे अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दें।
त्यौहारों के महत्व को समझते हुए लिया गया फैसला
सरकार द्वारा छुट्टियां घोषित करने के पीछे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रमुखता दी गई है। शब-ए-बारात इस्लाम धर्म में एक महत्वपूर्ण रात होती है, जिसे ‘रात भर इबादत’ और ‘गुनाहों की माफी’ के रूप में देखा जाता है। इसी तरह, पंचानन बर्मा और संत सेवालाल महाराज जैसे महान व्यक्तित्वों की जयंती पर छुट्टी देना उनकी विरासत को सम्मान देने का एक तरीका है।
क्या अन्य राज्यों में भी होंगी ऐसी छुट्टियां?
फिलहाल, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना ने ही इन विशेष अवसरों पर छुट्टियों की घोषणा की है। अन्य राज्यों की सरकारें अपने क्षेत्र में त्यौहारों और स्थानीय आवश्यकताओं को देखते हुए इस तरह के फैसले ले सकती हैं। आमतौर पर, त्यौहारों के समय कई राज्य स्कूलों में छुट्टियां देने पर विचार करते हैं, खासकर जब किसी विशेष धर्म या समुदाय के लिए वह महत्वपूर्ण अवसर होता है।
