Bihar New Expressway : बिहार में इस समय सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। गांव को शहर से जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही National Highway से भी बिहार को दूसरे राज्य से जुड़ने का काम किया जा रहा है। फिलहाल बिहार राज्य में पटना-पूर्णिया का एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट फाइनल हो गया है, इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से हरी झंडी भी मिल चुका है। आईए जानते हैं, बिहार में बनने वाला 6 लेन एक्सप्रेसवे से जुड़ी हुई अपडेट।
Bihar New Expressway
बिहार में यह पहला एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है जो की 6 लेन का होगा। एक्सप्रेसवे गुजरने से पहले ही यहां के आसपास की जमीन की कीमत में 10 गुना की बढ़ोतरी देखी जा रही है।
आप सभी को बता दे कि यहां पर 282 किलोमीटर लंबा हाईवे वैशाली से शुरू होकर समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा होते हुए पूर्णिया तक बनेगा। वही इस परियोजना के लिए लगभग 18042 करोड रुपए बजट निर्धारित किए गए हैं।
आप सभी को बता दे की एक्सप्रेसवे को पटना रिंग रोड से जोड़ा जाएगा जिससे कि यह दानापुर से सीधे कनेक्ट हो पाएगा। इसके अलावा दीघाबार से पटना के शेखपुरा के बीच पहले 6 लेन पुल का निर्माण चल रहा है। जो कि इस एक्सप्रेसवे को और भी अधिक व्यवस्थित और सम बनाएगा।
बिहार का नया एक्सप्रेसवे नई इलाकों से होकर गुजरेगा
बता दे कि यह एक्सप्रेसवे नई इलाकों से होकर गुजरने की तैयारी है। नया एक्सप्रेसवे जिन इलाकों से होकर गुजरेगा उसका तेजी से विकास होगा। वहीं सड़क के आसपास 10 से 20 किलोमीटर के दायरे में जमीन की कीमत में भी भारी उछाल देखी जा सकती है। ऐसे में एक्सप्रेसवे के निर्माण से व्यापार, कृषि और रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
जमीन अधिग्रहण के भी प्रक्रिया होगी जल्द शुरू
बता दे कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार इस परियोजना को जल्द से जल्द आरंभ करने की कम कर रही है। सर्वे का काम भी जल्द पूरा किया जाएगा। नया एक्सप्रेसवे बनाने के लिए सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया जिले में भूमि अधिग्रहण का भी काम जल्द ही शुरू किया जाएगा।
बिहार को मिलेगा हाई स्पीड कनेक्टिविटी का तोहफा
आप सभी को बता दे की पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे के बनते ही पटना और सीमांचल क्षेत्र के बीच का सफर बहुत ही आसान हो जाएगा। इसके साथ ही एक्सप्रेसवे से यात्रा का समय कम होगा। इसके अलावा ईंधन की बचत होगी और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में यह एक्सप्रेस में मिल का पत्थर साबित हो सकता है और राज्य को नई युग की तेज रफ्तार के कनेक्टिविटी का तोहफा मिलेगा।