Yogi Government: उत्तर प्रदेश सरकार ने गाय पालन और दुग्ध उत्पादकों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के लागू होने से प्रदेश में गाय पालकों को सीधा फायदा मिलेगा। यह फैसला उत्तर प्रदेश को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके साथ ही यह फैसला किसानों के लिए संजीवनी की तरह काम करेगा और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा।
क्या है उत्तर प्रदेश सरकार की नई योजना?
उत्तर प्रदेश सरकार ने गाय पालन को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष योजना शुरू की है। इसके तहत सरकार ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे प्रदेश में गाय पालन को बढ़ावा देने के लिए बिना गारंटी का लोन दें। सरकार के इस निर्देश के बाद बैंकों ने इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत, जो किसान 2 से 10 गाय पालना चाहते हैं, उन्हें 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा। इस योजना को ‘अमृतधारा योजना’ नाम दिया गया है, क्योंकि गाय का दूध और घी को अमृत के समान माना जाता है।
‘अमृतधारा योजना’ की शुरुआत यूको बैंक ने की
यूको बैंक के जोनल मैनेजर आशुतोष सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत किसानों और पशुपालकों को समृद्ध करने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत:
- दो से 10 गाय पालने के लिए 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा।
- तीन लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के मिलेगा।
- किसानों के बैंक खातों में सीधा भुगतान किया जाएगा।
- किसानों को दो लाख रुपये तक का बीमा कवर भी मिलेगा।
उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग की अहम भूमिका
यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत आने वाले उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग की पहल पर तैयार की गई है। लखनऊ में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्त ने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य गोवंश संरक्षण, दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।
केंद्र सरकार की योजना की तर्ज पर बनी योजना
उत्तर प्रदेश सरकार की यह योजना केंद्र सरकार की एनिमल हसबेंडरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड योजना की तर्ज पर बनाई गई है। इसे सभी बैंकों ने स्वीकार किया है। इसके तहत बड़े चिलिंग सेंटर और दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्रों को भी ऋण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे छोटे किसानों और गोपालकों को अप्रत्यक्ष रूप से फायदा मिलेगा।
छोटे किसानों के लिए विशेष प्रोत्साहन
सरकार की इस योजना के तहत छोटे किसानों को कई सुविधाएं दी जाएंगी। योजना के तहत:
- कैटल शेड (गायों के रहने के स्थान) की स्थापना के लिए सहायता दी जाएगी।
- बायोगैस प्लांट स्थापित करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए खाद्य और स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी।
महिलाओं को भी जोड़ा जाएगा ‘अमृतधारा योजना’ से
गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्त ने बताया कि इस योजना में महिलाओं को भी जोड़ा जाएगा। महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) और एफपीओ (FPO) को इस योजना से जोड़कर:
- आर्गेनिक दूध, दही, घी और जैविक उत्पादों का व्यापार करने का अवसर दिया जाएगा।
- प्रमुख मंदिरों में आर्गेनिक प्रसाद वितरण की व्यवस्था की जाएगी, ताकि किसानों के जैविक उत्पादों को सीधा बाजार मिले।
दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश सरकार के इस बड़े फैसले से प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इस योजना के तहत:
- प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा, जिससे डेयरी उद्योग को मजबूती मिलेगी।
- दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति बढ़ने से दूध के दाम स्थिर रहेंगे।
- गाय पालकों की आय में बढ़ोतरी होगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
बैंक लोन की प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
इस योजना के तहत लोन लेने की प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है। किसानों को ये दस्तावेज जमा करने होंगे:
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- पशुपालन से जुड़ी जानकारी और योजना प्रस्ताव
- निवास प्रमाण पत्र
उत्तर प्रदेश सरकार की यह योजना क्यों है महत्वपूर्ण?
उत्तर प्रदेश सरकार की अमृतधारा योजना न सिर्फ गाय पालन को बढ़ावा देगी बल्कि:
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
- बेरोजगारी कम करने में मददगार साबित होगी।
- भारत को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएगी।
- गायों के संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।