New Expressway in NCR: उत्तर प्रदेश के नोएडा में निर्माणाधीन जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली-NCR से जोड़ने के लिए सरकार लगातार नए प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में फरीदाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक एक नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के तहत साढ़े 8 किलोमीटर का एक हिस्सा एलिवेटेड होगा, जिसकी मंजूरी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने दे दी है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचना और आसान हो जाएगा।
एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू
एलिवेटेड सेक्शन के लिए सेक्टर-65 के पास पिलर निर्माण कार्य पहले ही शुरू कर दिया गया है। यह हिस्सा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को स्थानीय बुनियादी ढांचे से जोड़ेगा। हालांकि, अभी NHAI और हरियाणा सरकार के बीच साझा फंडिंग को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है। समझौता होते ही निर्माण कार्य और तेजी से आगे बढ़ेगा। एलिवेटेड हिस्से की वजह से इस परियोजना की कुल लागत में 48% की वृद्धि हो सकती है, जिससे यह 2,450 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है।
एक्सप्रेसवे का रूट और मुख्य स्थान
31 किलोमीटर लंबे इस सिक्स लेन फरीदाबाद-जेवर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। यह बल्लभगढ़ से जेवर के दयानतपुर गांव तक जाएगा और रास्ते में कई महत्वपूर्ण गांवों से होकर गुजरेगा, जिसमें चंदावली, सोतई, बहबलपुर, फफूंदा, पन्हेरा खुर्द, नरहवली, महमदपुर, हीरापुर, मोहना और चैनसा शामिल हैं।
यात्रा का समय होगा केवल 15 मिनट
फरीदाबाद-जेवर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बनने से लोगों को जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने में बहुत कम समय लगेगा। जहां अभी इस सफर को पूरा करने में लगभग 2 घंटे लगते हैं, वहीं एक्सप्रेसवे पूरा होने के बाद यह सफर मात्र 15 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। NHAI के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे का 22 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में जबकि 9 किलोमीटर हिस्सा उत्तर प्रदेश में होगा।
गुरुग्राम और फरीदाबाद को भी मिलेगा फायदा
यह नया एक्सप्रेसवे फरीदाबाद और गुरुग्राम, दोनों शहरों को जेवर एयरपोर्ट से सीधे जोड़ने का काम करेगा। इससे इन शहरों में व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और लोगों की यात्रा आसान हो जाएगी।
प्रॉपर्टी के दामों में होगी भारी वृद्धि
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से आसपास के गांवों में जमीन की कीमतों में उछाल आना तय है। जेवर एयरपोर्ट की बढ़ती पॉपुलरटी और एक्सप्रेसवे के कारण निवेशक इस क्षेत्र की ओर रुख कर सकते हैं। इससे स्थानीय निवासियों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा।
उद्योगों को मिलेगा नया अवसर
एक्सप्रेसवे बनने से औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। जेवर एयरपोर्ट के पास कई कंपनियां और इंडस्ट्रियल हब स्थापित किए जा सकते हैं, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
परियोजना में आ रही चुनौतियां
हालांकि इस परियोजना में कुछ चुनौतियां भी हैं। फंडिंग को लेकर अभी सरकार और NHAI के बीच कुछ औपचारिकताएं पूरी नहीं हुई हैं, जिससे निर्माण की गति थोड़ी धीमी हो सकती है। इसके अलावा, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी एक बड़ी चुनौती हो सकती है।