Hailstorm Compensation: हरियाणा में हाल ही में हुई बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से कई जिलों के किसान प्रभावित हुए हैं। इस प्राकृतिक आपदा के कारण हजारों एकड़ में खड़ी फसलें खराब हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। इस नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने किसानों को राहत देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उन्हें उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
फसल बीमा नहीं कराने वाले किसानों को भी मिलेगा मुआवजा
हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) में रजिस्ट्रेशन न कराने वाले किसानों के लिए भी बड़ी राहत की घोषणा की है। जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा नहीं कराया है, उन्हें भी सरकार मुआवजा देगी। यह फैसला उन किसानों के लिए राहत भरा साबित होगा, जो बेमौसमी बारिश से प्रभावित हुए हैं लेकिन फसल बीमा योजना से वंचित रह गए थे।
सरकार ने जारी किया आदेश, तीन दिनों में कराएं रेजिस्ट्रैशन
हरियाणा सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार, गैर रेजिस्टर्ड किसानों को अगले तीन दिनों के भीतर ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी क्षति का ब्योरा दर्ज कराना होगा। यह रिपोर्ट कृषि विभाग के अधिकारियों को सही ढंग से नुकसान का आंकलन करने में मदद करेगी।
फसल बीमा कराने वाले किसानों को मिलेगा बीमा कंपनियों से मुआवजा
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल का बीमा कराया है, उन्हें उनके नुकसान की भरपाई बीमा कंपनियों द्वारा की जाएगी। इसके लिए संबंधित किसान अपने निकटतम कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं और बीमा क्लेम दर्ज कर सकते हैं।
जिला उपायुक्तों को रिपोर्ट जल्द भेजने के निर्देश
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के उपायुक्तों से बैठक की। उन्होंने आदेश दिया कि बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर सरकार को भेजी जाए। इससे प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द राहत राशि उपलब्ध कराई जा सकेगी।
किसानों की गिरदावरी का काम शुरू
हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि राज्य सरकार ने खराब फसलों की गिरदावरी का काम पहले ही शुरू कर दिया है। बुधवार देर शाम तक सभी जिलों से रिपोर्ट आने के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनकी फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी।
किसानों को घबराने की जरूरत नहीं – कृषि मंत्री
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने किसानों को आश्वासन दिया है कि किसी भी प्रभावित किसान को निराश नहीं किया जाएगा। सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और हरियाणा ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से किसानों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि जो किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीकृत हैं, वे अपने नजदीकी कृषि अधिकारी से कान्टैक्ट कर सकते हैं और बीमा दावा दर्ज करा सकते हैं।
हरियाणा ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर ऐसे कराएं पंजीकरण
जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं कराया है, वे हरियाणा ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल खराबे की रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा:
- ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल (official website) पर जाएं।
- अपना किसान रेजिस्ट्रैशन नंबर दर्ज करें।
- फसल खराबे का विवरण अपलोड करें।
- खेत की तस्वीरें अपलोड करें।
- सबमिट बटन पर क्लिक करें।
- प्राप्ति रसीद (acknowledgment receipt) डाउनलोड करें।
प्रभावित जिलों की सूची
हरियाणा में जिन जिलों के किसान बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, उनमें शामिल हैं:
- कुरुक्षेत्र
- कैथल
- पानीपत
- अंबाला
- यमुनानगर
- सिरसा
- भिवानी
- रोहतक
- सोनीपत
- फतेहाबाद
सरकार के राहत पैकेज से किसानों को होगा फायदा
हरियाणा सरकार द्वारा घोषित यह राहत पैकेज राज्य के हजारों किसानों को आर्थिक मदद पहुंचाएगा। मुआवजा राशि जल्द से जल्द वितरित करने के लिए सरकार ने विशेष टीमों का गठन किया है, जो नुकसान की सही रिपोर्टिंग सुनिश्चित करेंगी।