दुधारू पशुओं के लिए कम पानी और तेज गर्मियों में उगाए यह फसले, चारे की कमी होगी पूरी। गर्मियों में चारे की कमी पूरी करने के लिए ऐसी फसलों को उगाना चाहिए जो गर्मी में तेजी से बढ़ें, पोषक तत्वों से भरपूर हों और पशुओं को पर्याप्त चारा दें। इसके लिए आप कई प्रकार की चारा फसलें उगा सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
गर्मियों के लिए हरी चारा फसलें
ज्वार एक तेज़ी से बढ़ने वाली और सूखा सहनशील फसल है।
बाजरा एक कम पानी में उगने वाली फसल, पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
नेपियर घास एक बहुवर्षीय घास, बार-बार कटाई के लिए उपयुक्त होती है।
गिनी घास एक गर्मी में अच्छा उत्पादन देने वाली घास होती है।
मक्के का चारा एक जल्दी बढ़ने वाला, पौष्टिक और हरा चारा होता है।
दलहनी चारा फसलें
लोबिया एक गर्मियों में प्रोटीन युक्त चारा है।
ग्वार एक सूखा सहिष्णु, प्रोटीन से भरपूर होती है।
बरसीम एक बहुवर्षीय और पोषक तत्वों से भरपूर है।
मिश्रित चारा फसले
मक्का + लोबिया
ज्वार + लोबिया
सुखा चारा फसलें
ज्वार, बाजरा और मकई की फसल काटकर सुखाकर भंडारण करें।
इन बातो का रखे ध्यान
आप अधिक उपज के लिए जैविक खाद और सिंचाई का सही प्रबंधन करें। बहुवर्षीय घास जैसे नेपियर और बरसीम को लगाकर बार-बार कटाई करें। दलहनी फसलों का मिश्रण पशुओं को प्रोटीनयुक्त आहार देने के लिए तैयार करें।