Repay Loan: अगर आप लोन की ईएमआई (EMI) भरने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं और क्रेडिट स्कोर गिरने का डर सता रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सही समय पर लिए गए कुछ सरल कदम आपकी वित्तीय स्थिति को संभाल सकते हैं और भविष्य में लोन अप्रूवल की संभावना को भी बढ़ा सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे 4 महत्वपूर्ण उपाय बताएंगे, जो न सिर्फ आपकी मौजूदा परेशानी को कम करेंगे, बल्कि आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को भी सुरक्षित रखेंगे।
1. बैंक मैनेजर से शेयर करें अपनी समस्या
अगर किसी कारणवश आप समय पर अपनी ईएमआई जमा नहीं कर पा रहे हैं, तो सबसे पहले बैंक से संपर्क करें। जिस शाखा से आपने लोन लिया है, वहां जाकर संबंधित अधिकारी से मिलें और उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में विस्तार से बताएं। यह दिखाएं कि आपकी मंशा जानबूझकर किस्त न भरने की नहीं थी, बल्कि आप किसी अस्थायी आर्थिक समस्या से गुजर रहे हैं।
बैंक क्यों करेगा आपकी मदद?
- अगर आप अपने बैंक को समय रहते अपनी स्थिति से अवगत कराते हैं, तो बैंक आपकी समस्या को समझ सकता है और समाधान के लिए तैयार हो सकता है।
- कुछ मामलों में, बैंक आपके लोन की शर्तों में कुछ बदलाव कर सकता है, जिससे आपकी ईएमआई का भुगतान आसान हो सकता है।
- यदि बैंक को लगेगा कि आपकी समस्या अस्थायी है, तो वह एक्स्ट्रा चार्ज लगाने में नरमी बरत सकता है।
2. क्रेडिट स्कोर पर असर को कम करने के लिए बातचीत करें
अगर आप लगातार तीन महीनों तक ईएमआई नहीं चुकाते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर (CIBIL Score) प्रभावित हो सकता है। खराब क्रेडिट स्कोर भविष्य में लोन लेने में बड़ी रुकावट बन सकता है।
क्या किया जा सकता है?
- अगर आपकी केवल एक या दो किस्तें छूटी हैं, तो बैंक अधिकारी से मिलकर उनसे निवेदन करें कि वे इस स्थिति को क्रेडिट रिपोर्ट में न डालें।
- उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि भविष्य में यह समस्या नहीं होगी और आप जल्द ही बकाया भुगतान कर देंगे।
- अगर आप जल्दी से बैंक से संपर्क कर समस्या का हल निकालते हैं, तो क्रेडिट स्कोर पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
3. ईएमआई होल्ड करने का करें आवेदन
अगर आप किसी गंभीर आर्थिक समस्या से गुजर रहे हैं और कुछ महीनों तक ईएमआई चुकाने की स्थिति में नहीं हैं, तो बैंक को ईएमआई होल्ड करने का अनुरोध कर सकते हैं।
ईएमआई होल्ड का फायदा कैसे मिलेगा?
- कुछ बैंक ग्राहकों को कुछ महीनों के लिए ईएमआई पोस्टपॉण्ड करने की सुविधा देते हैं।
- इसका मतलब है कि आपको तय अवधि के लिए किस्त नहीं चुकानी होगी, लेकिन ब्याज जारी रहेगा।
- इस दौरान आप अपनी वित्तीय स्थिति को सुधार सकते हैं और भविष्य में आसान किस्त भुगतान की योजना बना सकते हैं।
- यह विकल्प उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है, जो अस्थायी रूप से आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
4. एरियर ईएमआई का ऑप्शन चुनें
अगर आपकी सैलरी समय पर नहीं आती है या किसी अन्य कारण से आप ईएमआई चुकाने में सक्षम नहीं हैं, तो बैंक से भुगतान की तारीख बदलने का रीक्वेस्ट कर सकते हैं।
कैसे काम करता है एरियर ईएमआई?
- कई लोन योजनाओं में किस्त का भुगतान महीने के पहले दिन करना होता है।
- कुछ योजनाओं में बैंक आपको महीने के अंत में किस्त जमा करने का विकल्प देता है।
- अगर आपने पहले ही किसी भुगतान योजना को चुना है, तो बैंक अधिकारी से मिलकर इसे बदलने की गुजारिश कर सकते हैं।
- यह तरीका आपके लिए कारगर साबित हो सकता है और आपको ईएमआई बाउंस होने से बचा सकता है।
5. ऑटो-डेबिट या ईएमआई रिस्ट्रक्चरिंग का ऑप्शन अपनाएं
अगर आप भूलवश समय पर ईएमआई जमा नहीं कर पाते हैं, तो ऑटो-डेबिट सुविधा को ऐक्टिव कर सकते हैं।
ऑटो-डेबिट क्यों है फायदेमंद?
- यह सुनिश्चित करता है कि आपकी किस्त अपने आप बैंक खाते से कट जाए और देर से भुगतान की समस्या न हो।
- इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी बनी रहती है और भविष्य में लोन लेने में आसानी होती है।