Haryana Weather Update: हरियाणा में मार्च महीने की शुरुआत होते ही तापमान में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। फरवरी के अंत तक जहां लोग हल्की धूप का आनंद ले रहे थे, वहीं अब तेज धूप और गर्म हवाएं परेशानी का कारण बनने लगी हैं। राज्य के कई हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है। लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, जल्द ही प्रदेश में फिर से मौसम करवट ले सकता है, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलने की संभावना है।
होली पर हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने होली के दिन हरियाणा में बारिश की संभावना जताई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, 9 से 13 मार्च के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में बादलवाही छाई रहेगी। साथ ही, 11 और 12 मार्च को मध्यम से तेज गति से हवाएं चलने के आसार हैं। इस दौरान दिन के तापमान में मामूली गिरावट देखी जा सकती है, जबकि रात का तापमान हल्का बढ़ सकता है।
तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की संभावना
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार, इस सप्ताह प्रदेश में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिनका आंशिक प्रभाव देखने को मिलेगा। 14 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही, तेज हवाएं चलने से मौसम ठंडा और सुहावना हो सकता है।
सोमवार से बदलने लगेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब में सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ सोमवार रात से हरियाणा में भी प्रभाव डालने लगेगा। सोमवार और मंगलवार को राज्य के कुछ हिस्सों में बादलवाही देखने को मिलेगी और हवाएं तेज गति से चलेंगी। बुधवार से शनिवार तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि, इससे दिन के तापमान में बहुत अधिक बदलाव नहीं होगा, लेकिन मौसम कुछ ठंडा जरूर महसूस होगा।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में तापमान का हाल
रविवार को मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में प्रदेश का सबसे अधिक तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पानीपत में सबसे कम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हिसार, रोहतक, करनाल, फरीदाबाद, गुरुग्राम और अन्य जिलों में भी तापमान सामान्य से अधिक रहा।
किसानों के लिए राहत भरी खबर
मार्च महीने में संभावित बारिश किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। इस समय रबी फसलें पकने के करीब होती हैं, और हल्की से मध्यम बारिश गेहूं, सरसों और अन्य फसलों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है। हालांकि, तेज बारिश और ओलावृष्टि की स्थिति में कुछ फसलों को नुकसान भी हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाएं।
बदलते मौसम से स्वास्थ्य पर असर
मौसम में अचानक बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। गर्मी और ठंड के बीच उतार-चढ़ाव से सर्दी, जुकाम और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। खासकर, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत होगी। डॉक्टरों की सलाह है कि लोग हल्के गर्म कपड़े पहनें और खान-पान में पोषण का ध्यान रखें।
दिल्ली-NCR पर भी पड़ेगा असर
हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली-NCR में भी इस पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखने को मिलेगा। दिल्ली में भी 11 से 14 मार्च के बीच हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे दिल्ली-NCR में प्रदूषण स्तर में गिरावट आएगी और एयर कवालिटी में सुधार होगा।