Fastag New Rules: कुछ वर्षों पहले सरकार ने FASTag प्रणाली को लागू किया था ताकि टोल भुगतान को सरल बनाया जा सके. अब सरकार सैटेलाइट टोल सिस्टम को लागू करने जा रही है जो गाड़ी को टोल प्लाजा पर बंद कर देगा.
सैटेलाइट टोल सिस्टम की कार्यप्रणाली
इस नई प्रणाली में, हर वाहन में एक ऑन-बोर्ड यूनिट (OBU) लगाया जाएगा, जो सैटेलाइट से जुड़ेगा. यह उपकरण वाहन को ट्रैक करेगा और जैसे ही वाहन टोल क्षेत्र में प्रवेश करेगा, सैटेलाइट वाहन की स्थिति बता देगा और ऑटोमैटिक रूप से टोल राशि वाहन मालिक के बैंक खाते से कट जाएगी .
दिल्ली-गुरुग्राम में प्रणाली की परीक्षण
सरकार ने इस नवीन प्रणाली की जांच दिल्ली और गुरुग्राम में शुरू कर दी है. इस प्रणाली का ट्रायल जल्द ही बेंगलुरु में भी किया जाएगा, जिससे इसकी प्रभावशीलता और दक्षता का पता चल सके .
FASTag यूजर्स के लिए बदलाव
जनवरी 2021 से FASTag को अनिवार्य कर दिया गया था और अब तक 8 करोड़ से अधिक जारी किए गए हैं. हालांकि, नए सैटेलाइट टोल सिस्टम के आने के बाद, FASTag की प्रासंगिकता और उपयोगिता पर प्रश्न उठ रहे हैं. सरकार इस परिवर्तन को धीरे-धीरे लागू करेगी और नए सिस्टम के लिए वाहन मालिकों को पंजीकृत करना होगा .
क्यों जरूरी है यह नया सिस्टम?
नया सैटेलाइट टोल सिस्टम न केवल टोल प्लाजा पर वाहनों के रुकने की आवश्यकता को समाप्त करेगा बल्कि यातायात को सुचारू बनाएगा, टोल चोरी को कम करेगा और समय की बचत करेगा. इससे यात्रा अधिक सुविधाजनक और पारदर्शी होगी