कुंडली मो प्रत्यक्ष देवता माना जाता है।सूर्य देव ही एक ऐसे ही जिन्हे हम देख सकते है।इन्हे काफी मजबूत ग्रह माना जाता है।कुंडली में सूर्य की स्थति ज्यादातर मामलो में अच्छे फल ही देती है,लेकिन कई मामलो में सूर्य का प्रभाव विपरीत भी हो सकता है।यहाँ हम बात करेंगे कुंडली के पहले भाव में सूर्य के प्रभाव की।कुंडली के पहले भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति काफी बुद्धिमान और समझदार होता है।
कुंडली के पहले भाव में सूर्य के प्रभाव
कुंडली के पहले भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति में कई तरह की उत्सुकता और जिज्ञासा देखने को मिल सकती है।सूर्य मजबूत इच्छा शक्ति प्रदान करते है और व्यक्ति में काफी दंडं संकल्प भी देखने को मिलता है।इतना ही नहीं ऐसे लोग सकारात्मक,व्यवहारिक और आत्मविश्वास से युक्त होते है।
हो सकती है सर या आखो से जुडी समस्या
सूर्य के प्रथम भाव में रहने के कारण व्यक्ति एप साथी की जरूरतों पर ध्यान नहीं देता।ऐसे लोग आत्मप्रेम में पड़े रहते है।आपका जीवनसाथी अच्छा होगा।इस भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति में आखो या सर से जुडी परेशानी देखने को मिल सकती है।
बच्चो की शिक्षा होती है बेहतर
अगर करियर के लिहाज से देखे तो व्यक्ति अपने नेतृत्व कौशल और इच्छा शक्ति के बल पर बेहतर मुकाम हासिल करता है।ऐसे लोग सरकारी नौकरी में भी हो सकते है।कई बार उनमे उतावलापन भी देखने को मिल सकता है।ऐसे लोगो के बच्चे भी बेहतर शिक्षा हासिल करते है और पढाई के लिए विदेश भी जा सकते है।