योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए 8 लाख 8736 करोड़ का ऐतिहासिक 9वां बजट विधानसभा में पेश किया। यह उत्तर प्रदेश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बजट है। ब्लिट्ज इंडिया ने पिछले अंक में ही इस बात की संभावना जताई थी कि योगी सरकार इस बार अब तक का अपना सबसे बड़ा बजट पेश करेगी। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट को प्रदेश के आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
एक्सप्रेसवे पर्यटन और कनेक्टिविटी को बदल देगा
बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री खन्ना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह बजट महिलाओं किसानों और युवाओं का बजट है जो देश के लिए उत्तर प्रदेश को ग्रोथ का इंजन बना रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि मेधावी छात्राओं को पात्रता के आधार पर स्कूटी मिलेगी। चार नए एक्सप्रेसवे की घोषणा भी बजट में की गई है। इसके साथ ही 58 नगर पालिकाओं को स्मार्ट सिटी बनाने का एलान किया गया है। वित्त मंत्री खन्ना ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि उज्ज्वला योजना में 2 मुफ्त सिलेंडर मिलेंगे। अयोध्या में सोलर सिटी बनेगी। 8 डेटा सेंटर पार्क भी बनाए जाएंगे। क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश कई विकास परियोजनाओं से गुजर रहा है। राज्य को जल्द ही नोएडा में एक नया हवाई अड्डा मिलेगा। यह नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए एक गेम चेंजर परियोजना होगी। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है। राज्य सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ये पहल कर रही है। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने एक लिंक रूट की योजना बनाई है जो गंगा एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ेगा। ऐसी ही एक परियोजना में 240 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाना और 76 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाना शामिल है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के कई जिलों और गांवों के निवासियों को लाभ पहुंचाना है। इससे न केवल सड़क यात्रा में सुधार होगा बल्कि रेलवे कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। इसके अलावा, यह जेवर या नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, जिससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विकास से प्रयागराज और नोएडा के बीच यात्रा और भी अधिक कुशल हो जाएगी।
यूपी को मेगा बढ़ावा, विस्तार से जानें
इस बजट में विकास के योगी मॉडल की छाप दिखी। मध्यवर्ग, युवा, किसान और महिलाएं बजट के फोकस में नजर आए। बजट में 2027 के चुनावों की छाप देखी जा सकती है। उन्होंने बताया कि यह बजट वर्ष 2024-2025 के बजट से 9.8 प्रतिशत अधिक है जिससे राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह बजट प्रदेश की आर्थिक मजबूती, औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाने का है। यह रेल मार्ग उत्तर प्रदेश के पांच जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन के बेहतर विकल्प उपलब्ध होंगे। राज्य सरकार ने नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले 76 किलोमीटर लंबे मार्ग के निर्माण की घोषणा की है। नियोजित 76 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे और उसके अन्य टर्मिनस के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क के रूप में काम करेगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 4,415 करोड़ रुपये है। यह नया लिंक एक्सप्रेसवे 57 गांवों से होकर गुजरेगा, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा और यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस परियोजना के लिए लगभग 1,000 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी, जिसे या तो किसानों से अधिग्रहित किया जाएगा या खरीदा जाएगा। योगी सरकार के इस मेगा बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चरल यानी अवस्थापना विकास के लिए 22 प्रतिशतए शिक्षा के लिए 13 प्रतिशत कृषि और सम्बद्ध सेवाओं के लिए 11 प्रतिशत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में 6 प्रतिशतए सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए 4 प्रतिशत भाग आवंटित किया गया है। बजट में पूंजीगत परिव्यय कुल बजट का लगभग 20.5 प्रतिशत है।