RBI Action: भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में इंडसइंड बैंक में सामने आई 2100 करोड़ रुपये की अकाउंटिंग गड़बड़ी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बैंक ने इस सप्ताह खुद खुलासा किया था कि उसकी अकाउंटिंग में भारी गड़बड़ी हुई है, जिसका सीधा असर बैंक की वित्तीय सेहत पर पड़ा है. बैंक ने बताया कि इस गड़बड़ी से उसके नेटवर्थ पर 2.35% का प्रभाव पड़ेगा. इसके तुरंत बाद बाजार में निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ा और बैंक के शेयरों में गिरावट देखने को मिली.
आरबीआई ने दिया बैंक को सुधार का अल्टीमेटम
आरबीआई (RBI Corrective Action Notice to IndusInd Bank) ने बैंक के निदेशक मंडल और प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे जनवरी से मार्च 2025 की तिमाही के भीतर ही इस पूरे मामले में सुधारात्मक कार्रवाई (Corrective Measures for Accounting Issue) पूरी कर लें. केंद्रीय बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में सभी हितधारकों को जरूरी सूचनाएं और खुलासे समय पर किए जाएं. आरबीआई ने जमाकर्ताओं से अपील की कि वे बाजार में फैली अफवाहों (Deposit Safety Assurance by RBI) पर ध्यान न दें और घबराहट में कोई कदम न उठाएं.
बैंक ने शुरू की ऑडिट और जांच प्रक्रिया
इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank External Audit Team Appointed) ने पहले ही इस गड़बड़ी की जांच के लिए एक स्वतंत्र बाहरी ऑडिट टीम नियुक्त कर दी है. बैंक ने कहा कि यह टीम पूरे अकाउंटिंग सिस्टम (Accounting System Review IndusInd Bank) की व्यापक समीक्षा करेगी और वास्तविक नुकसान का आकलन कर अंतिम रिपोर्ट अप्रैल 2025 की शुरुआत में सौंपेगी. बैंक प्रबंधन का कहना है कि शुरुआती जांच से यह पता चला है कि सितंबर-अक्टूबर 2024 के दौरान यह अकाउंटिंग चूक (Accounting Lapse IndusInd Bank Timeline) हुई थी.
क्या है बैंक की मौजूदा स्थिति?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI Statement on IndusInd Bank Stability) और बैंक दोनों ने निवेशकों और ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि बैंक की वित्तीय स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है. आरबीआई इस पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखे हुए है. बैंक ने स्पष्ट किया कि इस गड़बड़ी का व्यापक असर (Financial Impact of Accounting Error) बैंक की सामान्य सेवाओं और जमा राशि पर नहीं पड़ेगा. बैंक के मुताबिक, रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम नुकसान और जिम्मेदारी तय की जाएगी.
निवेशकों में दिखी बेचैनी, शेयर में गिरावट
इस खुलासे के बाद इंडसइंड बैंक के शेयर (IndusInd Bank Share Price Fall) में जोरदार गिरावट देखने को मिली. शुक्रवार को बैंक का शेयर 1.84% टूटकर 672.10 रुपये पर बंद हुआ. वहीं, 12 मार्च 2025 को यह शेयर 605.40 रुपये के निचले स्तर (52-Week Low of IndusInd Bank Share) तक पहुंच गया, जो कि बीते 52 हफ्तों का सबसे निचला स्तर है. बाजार में इस खबर के बाद निवेशकों में चिंता का माहौल है और आने वाले दिनों में यह निगरानी में रहेगा कि बैंक और आरबीआई द्वारा आगे क्या कदम उठाए जाते हैं.
गड़बड़ी से कैसे प्रभावित होंगे जमाकर्ता और निवेशक?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की अकाउंटिंग गड़बड़ी (Investor Confidence After Accounting Scandal) से ग्राहकों और निवेशकों का भरोसा डगमगा सकता है. हालांकि आरबीआई और बैंक ने स्पष्ट किया है कि ग्राहकों की जमा राशि पूरी तरह से सुरक्षित है. लेकिन शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपना सकते हैं. बैंक के लिए यह जरूरी है कि वह जल्द से जल्द सुधारात्मक कार्रवाई (IndusInd Bank Urgent Corrective Measures) पूरी करे ताकि बाजार में दोबारा विश्वास बहाल किया जा सके.
आगे क्या कर सकता है रिजर्व बैंक?
वित्तीय जानकारों के अनुसार, अगर आरबीआई (RBI Future Actions on IndusInd Bank Case) को लगेगा कि बैंक समय पर सुधारात्मक कदम नहीं उठा रहा है या निवेशकों और जमाकर्ताओं के हितों पर असर पड़ सकता है, तो वह बैंक पर अतिरिक्त नियामक प्रतिबंध (Regulatory Restrictions by RBI) भी लगा सकता है. हालांकि फिलहाल आरबीआई ने केवल सख्त निगरानी (RBI Close Monitoring on IndusInd Bank) का संकेत दिया है और बैंक के निदेशक मंडल से जवाबदेही सुनिश्चित करने को कहा है.