Helmet Traffic Rules: मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट पहनना न केवल सुरक्षा नियम है बल्कि आपकी सुरक्षा का एक अहम हिस्सा भी है. डॉ. बी.एन. शर्मा के अनुसार सही हेलमेट का चयन न केवल आपके सिर की सुरक्षा करता है बल्कि गर्दन पर पड़ने वाले दबाव को भी कम करता है. हेलमेट की सही फिटिंग, उसका वजन और वायुगतिकीय डिज़ाइन चुनते समय ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह लंबी दूरी की राइडिंग में गर्दन और कंधों पर असर डालता है.
ड्राइविंग पोस्चर का असर
सही ड्राइविंग मुद्रा आपके शरीर पर पड़ने वाले तनाव को काफी हद तक कम कर सकती है. गलत मुद्रा से गर्दन और पीठ में दर्द (neck and back pain) की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. इसलिए झुककर या बहुत अधिक पीछे की ओर झुककर बाइक चलाने से बचें. उचित हैंडलबार ग्रिप और सीधी मुद्रा में बैठने से आपकी गर्दन और पीठ पर दबाव कम होता है.
ब्रेक्स और स्ट्रेचिंग की उपयोगिता
लंबी दूरी की यात्राओं पर नियमित ब्रेक्स लेना और हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम करना मांसपेशियों को राहत प्रदान करता है (muscle relaxation). यह प्रक्रिया न केवल थकान को कम करती है बल्कि आपके शरीर को भी सक्रिय और तरोताजा रखती है, जिससे गर्दन और पीठ के दर्द से बचाव होता है.
गर्दन दर्द के लिए उपचार
गर्दन में दर्द होने पर हीट थेरेपी या कोल्ड पैक्स का उपयोग करना चाहिए. यह मांसपेशियों की अकड़न और दर्द को कम करता है. इसके अलावा, अगर दर्द बना रहता है, तो फिजियोथेरेपी से भी काफी फायदा हो सकता है. ये उपचार न केवल दर्द को कम करते हैं बल्कि गर्दन और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत भी करते हैं.