Holiday Cancel: हरियाणा सरकार ने ईद-उल-फितर को लेकर प्रदेश में घोषित छुट्टी को रद्द कर दिया है. पहले यह छुट्टी 31 मार्च को राजपत्रित अवकाश के रूप में मनाई जानी थी, लेकिन अब इसे प्रतिबंधित अवकाश के रूप में घोषित किया गया है. सरकार ने इस बदलाव की जानकारी एक अधिसूचना के माध्यम से दी है, जिसमें 29 और 30 मार्च को क्रमश: शनिवार और रविवार का उल्लेख है और 31 मार्च को वित्त वर्ष का समापन दिवस बताया गया है.
धार्मिक एकता की प्रतीक, बाबा शाह कमाल की दरगाह
कैथल के जवाहर पार्क में स्थित बाबा शाह कमाल लाल दयाल की दरगाह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक मानी जाती है. यहां हर साल तीन दिवसीय उर्स आयोजित किया जाता है, जो इस वर्ष भी 30 मार्च तक चलेगा. इस दरगाह में हर धर्म और समुदाय के लोग आते हैं और अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं, जिससे यह स्थान भारतीय संस्कृति की विविधता में एकता को दर्शाता है.
उर्स मेले की भव्य शुरुआत
उर्स मेले की शुरुआत बाबा शीतलपुरी के डेरे से आयोजित पहली चादर के साथ होगी. यह चादर दोनों संतों की अटूट मित्रता को दर्शाती है और इसे लाने की प्रक्रिया में समुदाय के लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं. इस मेले में देश-विदेश से आए श्रद्धालु बाबा की मजार पर हाजिरी लगाते हैं.
कव्वाली और भंडारे का आयोजन
इस उर्स के दौरान, 29 मार्च को रात नौ बजे से प्रसिद्ध कव्वाल हमसर हैयात द्वारा बाबा की शान में कव्वालियां प्रस्तुत की जाएंगी. इसके अलावा, तीनों दिनों में श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों लोग भाग लेंगे और प्रसाद ग्रहण करेंगे.
सांस्कृतिक विरासत और समुदाय की एकता
बाबा शाह कमाल की दरगाह और इसके आयोजन सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और समुदायों के बीच एकता बढ़ाने का माध्यम बने हुए हैं. इस तरह के उत्सव न केवल धार्मिक आस्था को बल देते हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी मजबूत करते हैं.