Double Stack Container Train: फरीदाबाद और पारयल की औद्योगिक इकाइयां अब एक नई सुविधा का लाभ उठा सकेंगी, जिससे उनके उत्पाद और कच्चा माल तेजी से और सुरक्षित रूप से अहमदाबाद तक पहुँच सकेंगे. यह संभव हो पाया है न्यू पृथला से जुड़े डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के माध्यम से जिसमें पलवल और असावटी रेलवे स्टेशनों को भी जोड़ा गया है.
डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन की शुरुवात
इस रूट पर पहली बार डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन शुरू की गई है, जिसे उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार चमोली और डीएफसीआई के प्रबंध निदेशक प्रवीण कुमार ने हिंद टर्मिनल लॉजिस्टिक्स पार्क से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस पहल से खाद्य पदार्थ, दूध और अन्य आवश्यक सामग्री की त्वरित और सुरक्षित ढुलाई संभव होगी, जिससे इनके खराब होने की संभावना कम हो जाएगी.
डीएफसी की विशेषताएँ और लाभ
डीएफसी रूट को 120 किमी प्रति घंटे की गति से मालगाड़ियों के संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है. वर्तमान में, मालगाड़ियां 70 से 80 किमी प्रति घंटे की औसत रफ्तार से चलेंगी, जिससे औद्योगिक इकाइयों के उत्पाद तेजी से अपनी मंज़िल तक पहुंच सकेंगे. इस तरह की तेजी से लॉजिस्टिक्स सेवाएं उद्योगों के लिए समय और लागत की बचत में मददगार साबित होंगी.
न्यू पृथला में नवनिर्मित डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर स्टेशन का महत्व
न्यू पृथला में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर स्टेशन का निर्माण किया गया है, जिससे पलवल और असावटी स्टेशनों को सीधे जोड़ा गया है. इसके चलते फरीदाबाद और पारयल के उद्योगपति अपने उत्पाद हिंद टर्मिनल लॉजिस्टिक्स पार्क के माध्यम से सुगमता से देशभर में भेज सकेंगे.
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के जुड़ने से उद्योगों को मिलने वाले फायदे
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ने के बाद, फरीदाबाद और पारयल के उद्योगों को तेज़, सस्ता और सुरक्षित परिवहन साधन मिलेगा. इससे न केवल लॉजिस्टिक्स समय में कटौती होगी, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी. इस तरह के विकास से नई औद्योगिक इकाइयों को भी प्रोत्साहन मिलेगा और इस क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित होगा.