रफ्तार के एक दीवाने ने अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए ऐसी कार बना डाली,जो आज संसार के हर युवा के पहली पसंद बन गयी है। हर युवा इसे पा सके या न,लेकिन सपने तो देखता है।इटली में पावरफुल ट्रेक्टर बनाने वाली कंपनी के मालिक फ्रीकिओ की।वे रफ्तार के शौकीन थे।उनके पास विश्व की सर्वप्रसिद्ध जेगुआर,मसराती,मर्सडिस के साथ साथ 2 फरारी कारे थी।फ्रीकिओ और उनकी पत्नी दोनों को ही हवा से बाते करना इतना पसंद था की दोनों के पास अपनी अलग अलग फरारी कारे थी।
फरारी गाड़ी चलती तो बहुत शान से बेचीं थी,मगर इस गाड़ी का क्लच बार बार खराब हो जाता था।इसके कारण गाड़ी को हर बार रिपेयर के लिए फैक्ट्री भेजना पड़ता था।गाड़ी में बार बार होने वाली इस समस्या ने इस फ्रीकियो की नाम में डीएम कर दिया।इसी वजह से उन्होंने अपने ट्रेकटर के इंजीनियर से इस समस्या से निजात पाने का सुझाव माँगा।इंजीनियर ने गाड़ी की गहन जाँच की और पाया की उनके ट्रेक्टर में प्रयोग हने वाला क्लच और फरारी गाड़ी में लगा क्लच दोनों एक जैसे ही है।यह बात जानने के बाद फ्रीकिओ आग बबूला हो गए।उन्हें लगा की जिस उपकरण के लिए उन्हें 10 लिरे खर्चा आता,उसके लिए कार कंपनी ने 1000 लिरे वसूल लिए।
फिर हुई लेम्बोर्गिनी कार की एंट्री
बस इसी बेइज्जती का बदला लेने के लिए फ्रीकिओ लेम्बोर्गिनी ने मन ही मन ठान लिया।फ्रीकिओ का पूरा नाम फ्रीकिओ लेम्बोर्गिनी था। उनकी कंपनी लेम्बोर्गिनी इटली की मशहूर ट्रेक्टर कंपनी थी।उनके ट्रेक्टर काफी पावरफुल होते थे।फरारी को टक्कर देने के लिए ‘ऑटोमोबिल फ्रीकिओ लेम्बोर्गिनी इस पी ए ‘ नाम की एक कंपनी बनाई गयी।यही कंपनी आज लैम्बोगिनी के नाम से रफ्तार और सुंदरत के चाहने वालो के दिलो पर राज कर रही है।इस कंपनी ने अपनी शुरुआत 1963 में लेम्बोर्गिनी 350 GTV जैसी ऐतहासिक कार बनाकर की। उस कार को तुरीन ऑटो शो में प्रदर्शित करके किया गया। 260 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली इस कार ने पुरे विश्व में स्पोर्ट्स कार के चाहने वालो के दिलो में ऐसी जगह बनाई है जिसे मिटा पाना अब किसी के वश में नहीं।
महंगी कीमत के बाबजूद बढ़ रही सेल
यह सफलता का सिलसिला ऐसा चला की उसकी चमक आह भी कायम है।आज लैम्बोगिनी पुरे विश्व के साथ भारत के बाजार में भी छाई हुई है। 4 करोड़ से लेकर 9 करोड़ की कीमत होने बावजूद साल दर साल कारो की बिक्री बढ़ती जा रही है। लेम्बोर्गिनी की भारतीय बाजार में पकड़ की बात करे तो लगभग 5 करोड़ कीमत वाली हुराकैन की 4000 गाड़िया बेच चुकी है। 4.18 करोड़ से 4.22 करोड़ की कीमत वाली उरुस ने लोगो पर ऐसा जादू किया की कंपनी अभी तक इस मसल की 6000 से ज्यादा गाड़िया बेच चुकी है।
दिसंबर 2023 में लॉन्च हुई 9 करोड़ की कीमत वाली इलेक्ट्रिक हाइब्रिड लेम्बोर्गिनी रेवुएल्टा की सेल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की इतनी महंगी होने बावजूद भी आपको कार की डिलीवरी के लिए कम से कम 20 महीने इंतजार करना पड़ेगा। 6.5 लीटर के v12 इंजन के साथ 1001 हॉर्स पावर वाली यह गाड़ी अब एक नया इतिहास लिखने जा रही है।