Online driving license UP: अब ना लाइन, ना दलाल, ना भागदौड़—सिर्फ मोबाइल से करें अप्लाई और टेस्ट पास करते ही घर पहुंचेगा आपका लाइसेंस. जानिए योगी सरकार की इस नई डिजिटल सुविधा की पूरी प्रक्रिया, जो हर ड्राइवर के लिए गेमचेंजर साबित हो रही है
Online driving license UP: उत्तर प्रदेश में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना पहले जैसा जटिल और समय लेने वाला काम नहीं रहा. योगी सरकार की नई पहल से अब यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दी गई है. इसके तहत लर्निंग से लेकर परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस तक की संपूर्ण प्रक्रिया अब एक डिजिटल पोर्टल के जरिए की जा सकेगी. इस सुविधा के शुरू होने से प्रदेश के लाखों लोगों को आरटीओ दफ्तर के चक्कर काटने से राहत मिलेगी, साथ ही पारदर्शिता और कार्यप्रणाली में तेजी आएगी.
क्या है ‘यूपी ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन पोर्टल’?
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘यूपी ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन पोर्टल’ एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां से राज्य का कोई भी नागरिक अपने घर से ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकता है. यह सुविधा लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस दोनों के लिए उपलब्ध है
इस पोर्टल के जरिए नागरिक न केवल आवेदन फॉर्म भर सकते हैं, बल्कि टेस्ट की तारीख तय करने, फीस जमा करने और लाइसेंस की डिलीवरी तक की प्रक्रिया को भी घर बैठे पूरी कर सकते हैं.
कैसे करें Online driving license UP के लिए आवेदन?
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है ताकि तकनीकी ज्ञान की कमी वाले लोग भी इसका लाभ उठा सकें. सबसे पहले आवेदक को अपने आधार कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड करने होंगे. इसके बाद फॉर्म भरकर उसे सबमिट किया जाएगा.
इसके बाद आवेदक को अपने नजदीकी आरटीओ कार्यालय के लिए एक स्लॉट बुक करना होगा, ताकि वह टेस्ट की तारीख तय कर सके. फिर ऑनलाइन फीस का भुगतान UPI, नेट बैंकिंग या डेबिट/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किया जा सकता है. टेस्ट पास करने के बाद, ड्राइविंग लाइसेंस डाक के जरिए सीधे आवेदक के पते पर भेज दिया जाएगा.
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी फायदेमंद है यह योजना
इस नई ऑनलाइन प्रणाली से न केवल शहरी क्षेत्रों के लोग लाभान्वित होंगे, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक भी अब आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकेंगे. पहले गांवों से लोगों को आरटीओ दफ्तरों तक पहुंचने में काफी समय और पैसा खर्च करना पड़ता था, लेकिन अब यह काम मोबाइल या लैपटॉप से चंद मिनटों में हो जाएगा.
सरकार का कहना है कि इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अब तक हजारों आवेदन प्राप्त हो चुके हैं और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इससे यह भी स्पष्ट होता है कि लोग इस नई सुविधा को हाथों-हाथ ले रहे हैं.
पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर लगाम
ऑनलाइन प्रक्रिया से एक बड़ा फायदा यह भी हुआ है कि दलालों और बिचौलियों की भूमिका लगभग खत्म हो गई है. पहले आरटीओ कार्यालयों में दलालों के जरिए ही आवेदन करवाना आम बात थी, जिससे ना केवल आम नागरिक ठगे जाते थे बल्कि भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलता था. अब सारी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पोर्टल के माध्यम से हो रही है, जिससे हर चरण का ट्रैकिंग भी किया जा सकता है.
समय और पैसे की बचत
नई व्यवस्था के तहत लोगों को आरटीओ के बार-बार चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रह गई है. पहले जहां ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में हफ्तों लग जाते थे, अब यह प्रक्रिया कुछ ही दिनों में पूरी हो रही है. इससे आवेदकों का समय, ऊर्जा और पैसे तीनों की बचत हो रही है.
क्या कहती है सरकार?
सरकार का कहना है कि यह पहल डिजिटल इंडिया और स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे राज्य में ई-गवर्नेंस को बढ़ावा मिलेगा और आम नागरिकों को सुविधाएं एक क्लिक पर मिलेंगी. इसके साथ ही प्रदेश के युवाओं को रोज़गार के लिए वाहन चलाने की पात्रता प्राप्त करना भी आसान हो गया है, जिससे उनकी आजीविका में भी सुधार होगा.
आगे की योजना
सरकार की योजना है कि इस पोर्टल के माध्यम से अन्य वाहन संबंधित सेवाएं भी दी जाएं, जैसे वाहन रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर ऑफ ओनरशिप, फिटनेस सर्टिफिकेट इत्यादि. इसके लिए संबंधित विभागों को निर्देश भी जारी किए जा चुके हैं.