केले का सेवन करना सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है।केले में प्रोटीन,फाइबर,कैल्शियम आयरन,पोटेशियम और विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।इसे खाने से पेट भी साफ रहता है।अक्सर लोग पिले या हरे केले से परिचित है,लेकिन बहुत कम लोग लाल केले के बारे में जानते है।वही बिहार के लोग लाल केले की खेती प्रयोग के दौरे से गुजर रहा है।किसान अगर कृषि वैज्ञानिक से सलाह लेकर खेती करे तो आम केले की बनिस्पत लाल केले से बेहतर कमाई कर सकते है।
विटामिन और खनिजों का समृद्ध स्तोत्र है लाल केला
एक लाल केला से लगभग 90 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।लाल केला टीपेफेन को सेरोटोनिन में बदल देता है।सेरोटोनिन एक रसायन है जो मस्तिष्क और आपके पुरे शरीर में तंत्रिका कोषको के बीच संदेश पहुंचाता है।सेरोटोनिन मूड,नीद,पाचन सोने जागने के छकर,घाव भरने ,हड्डियों के स्वास्थ्य ,रक्त के थक्के जैसे शारीरिक कामो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।इसी वजह से लाल केला आवश्यक विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्त्रोत है।
लाल केले की खेती के लिए बिहार की जलवायु है उपयुक्त
केले की सनी किस्मो की तरह लाल केले भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते है।वे पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्त्रोत है,जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और ह्रदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।लाल केले में मौजूद फाइबर सामग्री पछन में मदद करती है और कब्ज को रोकने में मदद कर सकती है।इसके अतिरिकत,लाल केले में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते है।लाल केला व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं है।बिहार की जलवायु में अन्न केलो की भांति इसकी खेती सफलता पूर्वक की जा सकती है।आवश्यकता इस बात की है की इसकी खेती को बढ़ावा दिया जाए।