Gold Rate Hike – सोने की कीमतें लगातार तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे बाजार में हलचल मची हुई है. रोज गोल्ड की कीमतें नए रिकॉर्ड बना रही हैं. बता दें कि पिछले एक महीने में सोने के दाम में 8 प्रतिशत और तीन महीने में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं… ऐसे में आइए नीचे खबर में जानते है आखिर कब कम होंगे सोने के रेट-
सोने की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे बाजार में हलचल मची हुई है. रोज गोल्ड की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं. पिछले एक महीने में सोने की कीमत में 8 प्रतिशत और तीन महीने में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. सालभर में सोने की कीमत 31 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है. (Gold rate Hike) इस आसमान छूती कीमतों के चलते शादी-ब्याह के सीजन में लोगों की टेंशन बढ़ गई है। ऐसे में लोग सोना खरीदने को लेकर चिंतित हैं. लोगों को इंतजार है कि कब सोने की कीमत कम होगी?
कहां पहुंचा सोना-
सोने की बढ़ती कीमतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम ₹628 बढ़कर ₹95207 पर पहुंच गया. वहीं चांदी की कीमत में आज ₹936 गिरकर ₹95639 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. आज 22 कैरेट वाले सोने की कीमत ₹87210 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. (sone ke daam)
क्यों चढ़ रहा है सोना-
सोने की कीमतों में तेजी ट्रंप के टैरिफ वॉर और वैश्विक आर्थिक मंदी के संकेतों के कारण हुई है. ट्रेड वॉर के चलते निवेशकों में घबराहट है, जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ रही है. बढ़ती जियो पॉलिटिकल टेंशन और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीदारी ने इसकी कीमतों को और मजबूती दी है.
ईटीएफ में भी खरीदारी के चलते सोने की कीमत में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिल रही है. ट्रंप की ओर से सेमीकंडक्टर, फार्मा, मिनरल्स के इम्पोर्ट पर नए टैरिफ लगाने की संभावनाओं की जांच के आदेश से मार्केट (market) में और घबराहट है, जिससे सोने के रेट भाग रहे हैं. ऐसे में जिन घरों में शादी-त्योहार है उनकी परेशानी बढ़ रही है. वहीं विदेशी निवेशक बैंक गोल्डमैन सैक्स ने भी निवेशकों को डरा दिया है. उन्होंने आशंका जताई है कि अमेरिकी-चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर और मंदी की आशंकाओं के कारण इस साल सोना1.10 लाख रुपये के करीब पहुंच सकता है. (sone ke taaza rate)
सोने की कीमत कम होने की उम्मीद है?
जियो पॉलिटिकल स्थिति को देखते हुए सोने की कीमत में गिरावट की उम्मीद कम लग रही है. बाजार एक्सपर्ट की माने तो जब तक ट्रेड वॉर को लेकर कोई ठोस सुलह की स्थति नहीं बनती सोने की कीमत में करेक्शन की उम्मीद बहुत कम है. टैरिफ पर सुलह के अभाव की स्थिति में सोने की कीमत में सुधार की स्थिति बहुत कम दिख रही है. वहीं कमोडिटीज एक्सपर्ट अजय केडिया के मुताबिक सोना टाइम करेक्शन (gold time connection) लेगा. उन्हें उम्मीद है कि बाजार अभी छह से 8 महीने में एक दायरे में रहेगा. उनके मुताबिक बीते 20 सालों में कबी बी सोने में 10 फीसदी से अधिक का करेक्शन नहीं हुआ है. अगर सोना गिरा तो अगले एक साल में इसकी कीमत 78000 से 80000 रुपये तक आ सकती है. वहीं ऊपर जाने पर 102000 रुपये तक पहुंच सकता है.
बढ़ती कीमत के बीच कैसे करें गोल्ड की खरीदारी?
सोने की बढ़ती कीमतें वेडिंग सीजन (wedding season) में इसकी मांग को प्रभावित कर रही हैं. लोग सोना खरीद रहे हैं, लेकिन सतर्कता बरतते हुए. 24 कैरेट की बजाय 18 और 14 कैरेट की गोल्ड जूलरी की डिमांड बढ़ रही है. लोग छोटे और जरूरी गहनों पर ध्यान दे रहे हैं. हालांकि, हीरे के गहनों की मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है. उपभोक्ता अपनी खरीदारी को एडजस्ट कर रहे हैं. जब तक सोने की कीमतें स्थिर नहीं होती, तब तक यह सतर्कता बनी रह सकती है.