Gold Rate Hike : सोने के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस साल सोने के दामों में बेहिसाब बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सोने के दाम साल की शुरुआत से लेकर अब तक 23% से अधिक बढ़ चुके हैं। साल की शुरुआत में कयास लगाए जा रहे थे कि इस साल सोना 100000 रुपये तक पहुंच जाएगा लेकिन सोने को लेकर सारे रिकॉर्ड टूटे नजर आ रहे हैं। 1 लाख के करीब तो सोना अभी पहुंच चुका है।
सोने के दाम जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे निवेशकों की चिंता भी बढ़ रही है। कुछ रिपोर्टर्स आ रही हैं कि सोने के दाम गिरकर इतने कम हो जाएंगे कि लोगों ने सोचा नहीं होगा।
वहीं कुछ रिपोर्टर्स में बताया गया है कि सोना ऐसे रिकॉर्ड हाई पर जाएगा कि निवेशकों की मौज हो जाएगी। ऐसे में आइए जानते हैं कि दिसंबर तक सोने के दाम कितने हो जाएंगे।
दिल्ली के सराफा बाजार में उच्च स्तर पर पहुंचा सोना
सोने के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली के सराफा बाजार में सोना 98,170 रुपये प्रति तोला पहुंच चुका है। यह आज तक का सबसे हाई है। यह सोना जीएसटी समेत है। ऐसे में सोना कभी भी एक लाख को टक से छू सकता है। सोने के दाम बढ़ने के पीछे कई कारण हैं।
सोने के दामों में लगातार तेजी
देश में सोने के दामों में लगातार चीज देखने को मिल रही है। इस साल सोने के दाम 23% से ज्यादा बढ़ चुके हैं। दिल्ली में सोना 98000 को पार करके 98170 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जो कि सोने की अब तक की सबसे ऊंची सीमा है।
सोने के दाम बढ़ने के कारण
सोने के दाम बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। पहला कारण तो अमेरिका की ओर से चल रहे व्यापार युद्ध को माना जा रहा है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध लंबा होता जा रहा है, वहीं डॉलर कमजोर हो रहा है।
इससे सोने की मांग बढ़ रही है। व्यापार युद्ध के चलते बाजार में आर्थिक मंदी का डर सता रहा है और लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं। इसलिए सोने में पैसा लगा रहे हैं, जिससे सोने की मांग बढ़ी है और सोना महंगा होता चला गया है।
क्यों मजबूत हो रहा सोने का आउटलुक
सोने का आउटलुक मजबूत होने के पीछे अमेरिका के लिए गए स्टेप्स हैं। अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बनी हुई है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध जैसी स्थिति है ऐसे में सोना अच्छा निवेश माना जा रहा है। जिससे आर्थिक मंदी से बचने के लिए लोग सोने में निवेश कर रहे हैं। आज के समय में इसी वजह से सोने का आउटलुक अच्छा है।
आगे भी बढ़ेंगे दाम
सोने के दामों में आगे भी निरंतर बढ़ोतरी मिलेगी। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और भौतिक मांग के चलते सोने की डिमांड बढ़ गई है। जिससे केंद्रीय बैंकों ने भी सोने की मांग को बढ़ा दिया है।
सोने की कीमत में बढ़ोतरी लगातार जारी है, जिससे वैश्विक जोखिम से बचने के लिए लोग सोने को पसंद कर रहे हैं और सोने का दाम निरंतर बढ़ता जा रहा है।
इन वजह से भी बढ़ेंगे सोने के दाम
विशेषज्ञ ने सोने के दामों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। 2025 के अंत तक सोने के दाम में बेहिसाब बढ़ सकते हैं। थोड़े समय के लिए सोने की कीमत में गिरावट भी आ सकती है, लेकिन अमेरिकी की केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती से भी सोने को बढ़ावा मिल सकता है।
सोने को मिल रहे नए खरीदार
सोने के दाम बढ़ने के पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि अमेरिका ट्रेजरी की ज्यादा बिक्री हुई है जिससे फंड बेचे जा रहे हैं 10 साल की यील्ड बढ़ गई है।
यह संकेत दे रहा है कि अमेरिका ट्रेजरी निवेश करने के लिए सुरक्षित नहीं है। नए खरीददार सोने की ओर आ रहे हैं जिससे सोने की कीमत बढ़ रही है।
2025 के अंत तक कितने हो जाएंगे दम
सोने के दामों को लेकर इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन की रिपोर्ट सामने आई है। गोल्डमैन ने अपने सोने के पहले अनुमान को बदल दिया है और उम्मीद की जा रही है कि इस साल के अंत तक सोना कम से कम 3700 डॉलर प्रति औंस और अधिकतर 4500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।
ऐसे में देश में सोने की कीमत बहुत आसानी से एक लाख को पार कर जाएगी। सोने के दाम दिसंबत में 1 लाख 30 हजार के पार जा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो 1 साल में सोना 41% का रिटर्न देगा क्योंकि 1 जनवरी 2025 को सोने के बाद 2623 डॉलर थे।
अगर सोना 4500 डॉलर प्रति औंस पर चला जाता है तो इस साल में सोने का रिटर्न 71.5% होगा। यह रिटर्न ऐतिहासिक होगा। फिलहाल सोना 3200 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। और इस साल करीब 22-23% तक रिटर्न मिल चुका है।