Gold Price : सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 105 दिन में सोने के कीमतों में 20 हजार रुपये तक का उछाल देखने को मिल रहा है। सोने की ये कीमत (Gold Price Update) ऑल टाइम हाई से भी ऊपर चल रही है। आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में और भी ज्यादा उछाल देखने को मिलेगा। खबर में जानिये सोने की ताजा कीमतों के बारे में।
साल 2025 में सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। 2025 के पहले साढ़े तीन महीनों में देश में सोने की कीमतों (Gold rate hike) में 20 हजार रुपये की वृद्धि हुई है। सोने की कीमत में ये उछाली आने वाले दिनों में भी बरकरार रहने वाला है। सोने की ये कीमत ऑल टाइम हाई से भी ऊपर चल रहा है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से सोने की ताजा कीमतों (sone ki kemat) के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में पूरी डिटेल।
सोने की कीमत में आया बंपर उछाल-
देशभर में सोने की कीमतों (sone ki kemat) में रिकॉर्ड तोड़ तेजी देखने को मिल रही है। फिलहाल सोने की कीमत एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब चल रही है। सोमवार को हाजिर में सोना स्टैंडर्ड 1100 रुपए उछलकर 99 हजार रुपए प्रति दस ग्राम पर आ पहुंचा है। वहीं चांदी की कीमत (Silver price today) के बारे में बात करें तो चांदी के रेट में 700 रुपए की बढ़ौतरी देखी गई है। जिसके बाद चांदी की कीमत 99 हजार रुपए प्रति किलो ग्राम रही।
सोने की कीमतों में इस तरह आया उछाल-
MCX पर जारी की गई जानकारी के अनुसार एक जनवरी को सोने की कीमत (Gold price on MCX) 76 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम थी। इसके बाद 1 फरवरी को 83360 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी। वहीं 3 मार्च को सोने की कीमत 85429 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रही है। 3 अप्रेल को सोने के रेट (Gold price) बढ़कर 91423 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया और 18 अप्रेल को 96747 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
जानिये क्या है सर्राफा कारोबारियों का कहना-
सर्राफा कारोबारियों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत (Gold price in Internation market) 3335 डॉलर प्रति औंस है। इसका प्रभाव आज ज्वैलरी मार्केट में भी देखने को मिल रही है। सोने की कीमतें रेकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद इसके आभूषणों की मांग (Demand of gold) 80 प्रतिशत तक गिर गई है।
एनबीएफसी पर बढ़ा खर्च का बोझ-
सोने पर लोन पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI Update) के मसौदा दिशानिर्देश अपने मौजूदा स्वरूप में ही लागू हुए तो बैंकों एवं गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) पर खर्च का बोझ बढ़ रहा है। इस मसौदा दिशा-निर्देश के मुताबिक बैंक और एनबीएफसी (NBFC for Gold loan) को अपनी सभी शाखाओं में मानक कागजी प्रक्रियाएं पूरी करनी होंगी। इसके अलावा, सोना के बदले ऋण देने वाली इकाइयों को ठोस वसूली एवं गणना विधियां भी अपनानी होंगी ताकि किसी तरह की चूक की गुंजाइश नहीं रहे।
एनबीएफसी ने अधिकारी ने दी जानकारी-
गोल्ड लोन देने वाली एक बड़ी एनबीएफसी (NBFC se loan) के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस समय कलेक्शन, कागजी प्रक्रिया और गणना विधि आदि पर 2 प्रतिशत लागत बैठ रही है।
मगर आरबीआई के मसौदा दिशानिर्देश अपने मौजूदा स्वरूप में लागू हुए तो यह लागत (Gold loan charge) बढ़कर 4-5 प्रतिशत हो जाएगी। अधिकारी ने बताया कि शाखाओं को मानकीकरण प्रक्रिया तेजी से पूरी करनी होगी, इसकी वजह से स्वर्ण ऋण मंजूर करने की प्रक्रिया पर खर्च भी बढ़ा दिया जाएगा।