Gold Purity Tips – आज के समय में सोने की कीमतों में काफी तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में ये बहुत ज्यादा जरूरी है कि जब भी आप सोने की खरीदी करें तो इससे पहले कुछ जरूरी बातों के बारे में जानकारी हासिल कर लें ताकि आपको मुश्किलों का सामना न करना पड़े। अगर आप भी सोने की खरीदी का प्लान बना रहे हैं तो इससे पहले आपको कुछ जरूरी बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। वरना लेने के देने भी पड़ सकते हैं।
सोने में निवेश करना निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति सोने की खरीदी करने का प्लान कर रहा है तो उनको कुछ जरूरी बातों का ध्यान देना चाहिए ताकि आपको आने वाले समय में मुश्किलों सामना न करना पड़े।
अगर कोई व्यक्ति शुद्ध सोना खरीदना चाहता है तो उसके पास 24 कैरेट सोना उपलब्ध विकल्प है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से सोने (Gold Price Today) की खरीदी करने के पहले ध्यान रखने वाली बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में।
24 कैरेट सोने के ये हैं रेट-
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक कैरेट अन्य धातुओं के साथ मिश्रित सोने की शुद्धता (Gold Purity) का माप है। 24 कैरेट सोने को शुद्ध सोना माना जाता है क्योंकि इसमें कोई अन्य धातु को नहीं मिलाया जाता है। फाइननेस किसी भी वस्तु में सोने की मात्रा को व्यक्त करने का एक और तरीका है। इसे प्रति हजार भागों में व्यक्त किया जाता है। इस वजह से 24 कैरेट सोने में 1.0 फाइननेस (24/24 = 1.00) और 22 कैरेट सोने में 0.916 फाइननेस (22/24 = 0.916) होनी चाहिए।
इस सोने में होती है थोड़ी अशुद्धता होने की उम्मीद-
हालांकि व्यवहार में सोने में थोड़ी अशुद्धता (Gold Purity) होने की उम्मीद है क्योंकि कीमती धातु को सिर्फ 999.9 भाग प्रति हजार के स्तर तक परिष्कृत किया जा सकता है। ऐसे सोने को 999.9 शुद्धता (24 Carat Gold Purity) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। ऐसे में अब ये सवाल है कि कौन सा बेहतर है – 999 या 995 शुद्धता।
इस हिसाब से तय होती है सोने की शुद्धता-
995, 999 और 999.9 शुद्धता स्तर अंतर्राष्ट्रीय नाम हैं जिनका यूज प्रति 1,000 ग्राम सोने की शुद्धता (Gold Purity) को परिभाषित करने के लिए किया जाता है। 1,000 ग्राम सोने के वजन पर, 995 की शुद्धता का मतलब है कि आपको 5 ग्राम अन्य धातु के साथ 995 ग्राम सोना मिलता है।
99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का ये है मतलब-
ठीक इसी तरह 99.9 फाइननेस का मतलब है कि 1 ग्राम अन्य धातु के साथ 999 ग्राम सोना। इसी तरह 999.9 का मतलब है कि आपको केवल 0.1 ग्राम अन्य धातु को ही मिलाया जाता है। जबकि शेष शुद्ध सोना होता है। 995, 999 और 999.9 शुद्धता के बीच का अंतर सोने की शुद्धता के स्तर में निहित है।
MCX पर इस रेट मिल रहा सोना-
999 फाइननेस सबसे शुद्ध सोना (MCX Gold Rate) है जो कोई भी व्यक्ति खरीदता है। 995 फाइननेस को मानक सोना ही माना जाता है। इसका यूज MCX और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। 999 और 995 फाइननेस दोनों ही सोने (Gold Rate) के सबसे शुद्ध रूप हैं क्योंकि इनमें क्रमशः 99.90 प्रतिशत और 99.50 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है। कोई भी गोल्ड रिफाइनरी लगातार इन स्तरों से अधिक शुद्ध सोना नहीं बना सकती है।
24 कैरेट सोने की कीमतों में आएगा इतना उछाल-
जानकारी के लिए बता दें कि जिस हिसाब से सोने की शुद्धता में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी, उसी तरह ही सोने की कीमतों में भी उछाल देखने को मिलेगा। यही वजह है कि 24 कैरेट सोना 22 कैरेट सोने से ज्यादा महंगा हो जाता है। इसी तरह, 999 फाइननेस वाला सोना 995 फाइननेस सोने से ज्यादा महंगा होगा, भले ही दोनों 24 कैरेट के हों।
एक्सपर्ट्स ने कही ये बात-
एक्सपर्ट्स के मुताबिक 999 शुद्धता वाले सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतें आमतौर पर 995 शुद्धता वाले सोने की तुलना में 0.4 प्रतिशत या आधा प्रतिशत ज्यादा होता है। इस वजह से सर्राफा बाजार में भी 999 शुद्धता वाले सोने की कीमतें 995 शुद्धता वाले सोने की तुलना में 0.4 प्रतिशत जयादा रहती है।
इस हिसाब से तय होती है सोने की कीमत-
एक्सपर्ट्स ने बताया कि सोने की कीमत सोने (gold rate) की शुद्धता पर ही आधारित होता है। उदाहरण के तौर पर 995 फाइननेस वाले सोने की कीमत 100 है, तो 999 शुद्धता वाले सोने की कीमत 999/995*100 = 100.40 होने वाली है। जानकारी के लिए बता दें कि 24 कैरेट सोने के गहने नहीं बेचते हैं। 24 कैरेट शुद्धता में केवल बार, सिक्के और बुलियन ही खरीदे जा सकते हैं।
22 कैरेट सोने से ही बनते हैं आभूषण-
एक्सपर्ट्स ने बताया कि 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना (Gold rate update) आभूषण बनाने के लिए हार्ड नहीं होता। इस वजह से आभूषण बनाने के लिए 22 कैरेट और उससे कम सोने का यूज किया जाता है। इसका कारण ये है कि कठोरता, लचीलापन और मजबूती बढ़ाने के लिए सोने को अन्य धातुओं के साथ मिलाया जाता है। हालांकि, बाजार में 995 शुद्धता वाले सोने की वस्तुओं में सिक्के, बार, पेंडेंट और अन्य आभूषण शामिल हो सकते हैं।
इस सोने से बनाया जाते हैं आभूषण-
एक्सपर्ट्स ने बताया कि जूलरी सिर्फ 22, 18 और 14 कैरेट गोल्ड (14 Carat Gold Purity) से ही बनाए जाते हैं। आमतौर पर, बार और सिक्के 995 और 999 शुद्धता में उपलब्ध होते हैं। सामान्य तौर पर, 999 और 995 सोने के आभूषण केवल बार और सिक्कों के रूप में ही उपलब्ध होते हैं जिन्हें चेन पर पेंडेंट के रूप में पहना जा सकता है।
23 कैरेट सोने की भी कर सकते हैं खरीदी-
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 24 कैरेट के आभूषण (gold jewellery) बहुत दुर्लभ होते हैं। उनको बनाने के लिए विशेष मशीनों की जरूरत होती है। हालांकि, पश्चिमी भारत के कुछ बाजारों में 23 कैरेट के आभूषण को भी बेचा जाता है। इस तरह के आभूषण अधिक संस्कृति-आधारित और पारंपरिक होते हैं और छोटे आकार और टुकड़ों में उपलब्ध होते हैं। 99.9 और 99.5 शुद्धता वाले सोने के सिक्के और बार ही खरीदे जा सकते हैं।
24 कैरेट सोने पर हॉलमार्क-
सरकार ने 16 जून, 2021 से सोने की शुद्धता के 6 स्तरों के लिए गोल्ड हॉलमार्किंग को काफी ज्यादा जरूरी कर दिया है। इनमें 14KT, 18KT, 20KT, 22KT, 23KT और 24KT को भी शामिल किया जाता है। इसके अलावा, 24 कैरेट सोने के लिए, 995 शुद्धता (Gold Purity Tips) का यूज किया जाता है। IBJA के एक्सपर्ट्स ने बताया कि अगर 24 कैरेट के सोने के आभूषण खरीदे जाते हैं, तो हॉलमार्किंग अनिवार्य है। हालांकि, अगर 24 कैरेट के सोने के सिक्के, बुलियन या बार खरीदे जाते हैं, तो हॉलमार्किंग जरूरी नहीं होती है।