Gold Rate Down : सोने के दामों में बढ़ोतरी के बाद सोना अब उल्टे पैर चल पड़ा है। लगातार बढ़ रहे सोने के दामों में तगड़ी गिरावट आई है। आम आदमी की पहुंच से दूर जा रहा सोना शादियों के सीजन में लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आ रहा है और फिर से आम आदमी की रीच में आ रहा है। सोने के दाम (Gold Rate Down) गिरने से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है तो वहीं शादी विवाह के लिए सोना खरीदने वालों की बल्ले बल्ले हो गई है।
सोने की तेजी पर अचानक से ब्रेक लग गया है। ब्रेक ही नहीं सोने का रिवर्स गियर लग गया है। सोने के दाम लगातार गिरने शुरू हो गए हैं।
जिससे आम लोगों को फायदा हो रहा है। सोने के दामों में यह गिरावट कब तक चलेगी इसको लेकर भी एक्सर्ट्स की राय सामने आई है। आइए जानते हैं आगे सोने के दाम कितने रहेंगे।
लाल निशान पर पहुंचा सोना
शनिवार को सोने के भाव (Gold Rate Down) लाल निशान पर ही नजर आ रहे हैं। सोना शनिवार को गिर गया है। सोने के दाम एक लाख से धड़ाम हो गए हैं। गोल्ड के रेट में कल की तुलना में गिरावट दिखी है। वहीं, मंगलवार 22 अप्रैल को सोना 1,00,000 रुपये को पार कर गया था, जिससे अब काफी नीचे आ गया है।
कितने चल रहे हैं सोने के दाम
22 कैरेट गोल्ड का रेट 90,000 रुपये और 24 कैरेट सोने का भाव 98,200 रुपये प्रति तोला चल रहा है। चांदी 1 लाख रुपये के ऊपर ट्रेड कर रही है। दिल्ली में 22 कैरेट सोने का भाव 90,170 रुपये और 24 कैरेट सोना (Gold Rate Down) 98,310 रुपये तोला रहा। मुंबई में 22 कैरेट गोल्ड के रेट 90,020 और 24 कैरेट गोल्ड के रेट 98,210 रुपये तोला पर रहे हैं।
35% बढ़ी सोने की कीमत
वैश्विक बाजार में सोने के स्पॉट प्राइस की बात करें तो 20 अप्रैल को यह 1.7 प्रतिशत से ऊपर उठकर 3383.87 डॉलर प्रति औंस तक हो गए थे। यह अपने आप में एक नया रिकॉर्ड (Gold Rate Down) है। वहीं, अमेरिका गोल्ड फ्यूचर्स भी दो प्रतिशत की बढ़त के साथ 3396.10 डॉलर प्रति औंस (Gold Rate) के आंकड़े तक पहुंच गए हैं।
अब तक सोना इस साल में करीब 29% का रिटर्न दे चुका है। वहीं, अगर बात पिछले अक्षर तृतीय से अब तक की करें तो सोने की कीमत से 35 प्रतिशत का रिटर्न आया है।
सोने के दाम बढ़ने के कारण
विशेषज्ञ एड यार्डेनी का मानना है कि वैश्विक अस्थिरता के चलते सोने की कीमतों में काफी ज्यादा तेजी देखी जा रही है। इसके अलावा अमेरिका और चीन के बीच में चल रहे ट्रेड वॉर और डॉलर की कमजोर होती स्थिति भी सोने की बढ़ती कीमतों (Gold Rate) के लिए जिम्मेदार है।
उनका मानना है कि अगर डॉलर में कमजोरी आती है तो बाकी देशों की कैरेंसी में निवेश करने वालों के लिए सोना काफी सस्ता हो गया है। ऐसे में बाजार में सोने की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है।
एक लाख के पार गए दाम
वैसे तो सोने की कीमतें वर्ष 2024 के अंत से ही बढ़ने लगी थी, लेकिन 2025 के अब तक के समय में हमे देखने को मिला है कि सोने की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
कुछ समय पहले विशेषज्ञों ने कहा था कि जल्द ही सोना एक लाख के आंकड़े को पार कर जाएगा। ठीक वैसा ही हुआ भी है। अक्षर तृतीय से पहले ही देश में सोने की कीमतें एक लाख के आंकड़े को पार कर चुकी हैं।
कितने हो जाएंगे अगले छह महीने में दाम
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव जारी है। इसके चलते सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव आ रहा है। विशेषज्ञ राजेश सोनी के अनुसार अगर हालात सामान्य हो गए तो सोना गिरकर 6 महीने में 75,000 रुपये तोला पर आ जाएगा। यानी अक्तूबर-नवंबर तक दाम काफी गिर जाएंगे। वहीं अमेरिका और चीन के बीच का विवाद रहा तो सोने की कीमत 1,38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
